Home भारत तेजस एक्सप्रेस की सेवायें और किराया—

तेजस एक्सप्रेस की सेवायें और किराया—

164
0

✍यह ट्रेन लखनऊ से 06.10 पर चलकर नई दिल्ली 12.25 पर 6 घंटा 15 मिनिट में पहुँचेगी। वापसी में 15.35 पर नई दिल्ली से चलकर लखनऊ रात 22.05 पर पहुँचेगी।
इस ट्रेन में वातानुकूलित चेयरकार के 8 कोच हैं जिसमें 78 सीट प्रति कोच होती हैं, और
वातानुकूलित एक्सीक्यूटिव चेयरकार – 2 कोच – 52 सीट प्रति कोच।
वातानुकूलित चेयरकार का बेस किराया (मिनिमम) लखनऊ – नई दिल्ली ₹1125/, नई दिल्ली – लखनऊ – ₹ 1280/ डिनर की वजह से ज्यादा जबकि लखनऊ-नई दिल्ली सेवा में केवल नाश्ता दिया जायेगा इसलिए कम।
वातानुकूलित एक्सीक्यूटिव चेयरकार का बेस किराया ₹ 2310/ मिनिमम।
इस ट्रेन के किराए में ‘डायनामिक प्राइसिंग’ रहेगी। जैसे-जैसे टिकिट बिकते जाएंगे किराया बढ़ता जाएगा।
खान पान सेवा के चार्ज टिकिट में शामिल हैं। पानी के लिए RO प्लान्ट लगे हैं; चाय और काफी के डिस्पेन्शर लगे हैं माँगने पर अनलिमिटेड बार सर्व की जाएगी। नीबू पानी माँगने पर मिलेगा। लखनऊ – नई दिल्ली सेवा में नाश्ता मिलेगा। यात्रा समाप्त होने से आधा घंटे पहले कुकीज, एक समोसा और चाय, काफी मिलेगी।
नई दिल्ली – लखनऊ यात्रा में स्वागत पेय, शाम की चाय स्नैक्स के साथ और डिनर मिलेगा। वेज और नान वेज दोनों तरह की च्वाइस है। जो माँगोगे वही मिलेगा।
सर्विस करने के लिए ट्रेन होस्टेस होंगी।
किराया हवाई जहाज से आधा होगा लेकिन आन बोर्ड सेवाएं हवाई जहाज़ के स्तर या उससे भी उच्च स्तर की हो सकती हैं। तुलना ग्राहकों के हाथ में छोड़ता हूँ।
कैंसेलेशन चार्ज केवल ₹25/, वेटिंग टिकिट रिफंड 100% बिना किसी कटौती के।
शेष डिटेल नीचे दिए गए लिंक में पढ़ें। A to Z पूरी जानकारी मिलेगी।
क्या आम नागरिक को इससे लाभ मिलने वाला है?

आम नागरिक की परिभाषा सभी के लिए अलग अलग होगी। भारतीय रेल ने भी आम नागरिकों के लिए अलग ट्रेनें, जो कि कुल ट्रेनों का 96-97% होगा, चला रखी हैं और खास नागरिकों के लिए निम्न ट्रेन चला रखी हैं :-

1राजधानी एक्सप्रेस
2शताब्दी एक्सप्रेस
3गतिमान
4तेजस
5हमसफर
6दूरोंतो एक्सप्रेस
अभी इसी वर्ग की ट्रेनों में से एक तेजस ट्रेन का केवल वाणिज्य विभाग (टिकिटिंग, टिकिट चैकिंग और केटरिंग) IRCTC को आऊटसोर्स किया है। दूसरी तेजस शीघ्र ही मुम्बई-अहमदाबाद के बीच चलेगी। उस पर निर्णय हो चुका है।

इसके आगे भी करीब 35 मुख्य रूटों पर इस तरह की 150 ट्रेनों की सेवाएं दी जाएगींं। उस पर युद्धस्तर पर काम चल रहा है। यह रेलवे का निजीकरण नहीं है, लेकिन उस तरफ एक स्टेप जरूर है। कुछ सेवाओं के लिए IRCTC को अधिकार तो बहुत पहले से दिए जा चुके हैं जैसे खान-पान व्यवस्था लगभग सभी ट्रेनों में IRCTC ही देखती है और आनलाइन टिकिट भी बेचती है।

रेलवे ने अपने इस कदम से उन लोगों को अतिरिक्त सुविधाएं दी हैं जो सुविधाओं का उचित भुगतान कर सकते हैं। जो नहीं कर सकते उनके लिए तो अभी भी 96-97% ट्रेनें चल रही हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here