रायपुर, गांव में रह रहे बुजुर्गो, दिव्यागों और महिलाओं को पेंशन, मजदूरी की राशि के लिए बैंकों का चक्कर लगाने से जल्द छुटकारा मिलेगा। क्योंकि जिला पंचायत रायपुर पेंशन और मजदूरी का भुगतान बैंक सखियों के माध्यम से करने जा रही है। ट्रायल के रूप में इसकी शुरुआत अगले माह से आरंग से होगी। भुगतान करने के साथ ही बैंक संबंधी सभी जानकारी उन्हें घर बैठे बैंक सखी पहुंचाएंगी। जिला पंचायत रायपुर के सीईओ डॉ. गौरव सिंह ने बताया कि खाते में राशि आने के बाद भी हितग्राहियों तक पैसा पहुंचने में हफ्ते भर का समय लग जाता था, जिससे राहत देने के लिए घर पहुंच सेवा शुरू की जा रही है।
25 ग्राम पंचायतों में सेवा प्रायोगिक रूप से शुरू हो रहे इस कार्य के लिए जिला पंचायत के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के अंतर्गत गठित स्वसहायता समूह की महिलाओं को बैंक सखी के रूप में नियुक्त किया गया है। इनके माध्यम से प्रथम चरण में आरंग विकासखंड की 25 ग्राम पंचायतों में सेवा शुरू होगी। बैंक सखी बुजुर्ग, दिव्यांग और अक्षम लोगों के घर पहुंच कर उन्हें पेंशन की राशि प्रदान करेंगी। ज्ञात हो कि प्रदेश में 604 व रायपुर में लगभग 50 महिलाएं बैंक सखी के रूप में गांवों में सेवाएं दे रही हैं। इसी तरह से एक हजार 600 अन्य महिलाओं को भी इसके लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
बैंक सखी गांव-गांव जाकर देंगी सेवाएं
बैंक सखी एंड्राइड मोबाइल, सिम कॉर्ड और बायोमीट्रिक डिवाइस के साथ गांव-गांव जाकर मोबाइल बैंकिंग यूनिट के रूप में सेवाएं देंगी। बैंक सखी के रूप में कार्यरत महिलाओं को उनकी सेवाओं के एवज में उनके द्वारा लोगों को किए गए भुगतान के अनुसार आधा प्रतिशत कमीशन मिलेगा। एक वित्तीय लेन-देन पर कमीशन की अधिकतम सीमा 3 से 5 रुपये निर्धारित है।
हितग्राहियों तक पैसा पहुंचने में हफ्ते भर का समय लग जाता है। बुजुर्गों, दिव्यागों व महिलाओं को राहत देने के लिए ट्रायल के रूप में घर पहुंच सेवा शुरू की जा रही है।