रायपुर। राजधानी में सूदखोरी का धंधा चलाने के मामले में गिरफ्तार पिता-पुत्र के बारे में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। घर की तलाशी में पुलिस को नोट गिनने की मशीन बरामद की है। कई जमीनों और सूदखोरी के दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
पिता-पुत्र के सूदखोरी के धंधे में शामिल गुर्गों की भी पहचान की गई है। ये गुर्गे पीड़ितों को धमकाने और जान से मारने की धमकी देते थे। पुलिस ने इनकी पहचान कर इन्हें जल्द सलाखों के पीछे करने वाली है। वहीं नजफ अली ढाला की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है।
गौरतलब है कि दोनों आरोपियों के खिलाफ आजाद चौक थाने में पूर्व से ही अपराध दर्ज है और पुलिस रिमाण्ड में जेल में बंद हैं। इन आरोपियों के खिलाफ मोमिन पारा निवासी मो सईद ने SSP रायपुर को लिखित शिकायत कर इनके आतंक से छुटकारा दिलाने की मांग की थी। पीड़ित सईद का आरोप है कि 15 अप्रैल 2015 को आरोपियों से 50 लाख रूपये उधार लिये थे जिसके एवज में अब तक 1 करोड़ 6 लाख 20 हजार रूपये अदा कर चुका है।