गांव-गरीब और ग्रामीणों के विकास, पंचायती राज-कलेक्टर
कोरिया : जिले में पंचायती राज संस्थाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए संचालित सक्षम अभियान ने नई सफलता की इबारत लिखी है। कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी के निर्देशन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी के नेतृत्व में यह अभियान तीनों स्तरों – जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत को आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित हो रहा है।
इस अभियान के तहत कोरिया जिले की पंचायती राज संस्थाओं ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के दिसंबर माह तक 2.5 करोड़ रुपये से अधिक की आय अर्जित कर ली है। वित्तीय वर्ष के अंत तक यह आंकड़ा 3 करोड़ रुपये तक पहुंचने की संभावना है। सक्षम अभियान के तहत कर संग्रहण और आय के अन्य स्रोतों को सक्रिय कर यह उपलब्धि हासिल की गई है।
जिला पंचायतः आय के स्रोतों का विस्तार
जिला पंचायत ने विभिन्न साधनों से लगभग 70 लाख रुपये की आय अर्जित की है।व्यवसायिक दुकानों की नीलामी से 65 लाख रुपये। दुकानों के किराए से प्रतिमाह 35 हजार रुपये की स्थायी आय। अन्य दुकानों के किराए से 1.21 लाख रुपये और तालाब लीज से 1.35 लाख रुपये।
जनपद पंचायतों का योगदान
जनपद पंचायत बैकुण्ठपुर और सोनहत ने 10 लाख रुपये की आय अर्जित की है। यह राशि तालाबों की लीज और किराये से प्राप्त हुई है।
ग्राम पंचायतेंः विकास की नई इबारत
ग्राम पंचायतों ने सक्षम अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई है और अब तक 1.71 करोड़ रुपये से अधिक की आय अर्जित की है। संपत्ति कर, वृत्ति कर, बाजार कर, प्रकाश कर और पंजीयन कर से 95.46 लाख रुपये। जल कर से 22.31 लाख रुपये, तालाब लीज से 7.35 लाख रुपये, भवन किराए से 14 लाख रुपये और मोबाइल टावरों से 14.80 लाख रुपये।
गांव-गरीब और ग्रामीणों के विकास, पंचायती राज-कलेक्टर
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कहा, ‘पंचायती राज संस्थाओं का आर्थिक सशक्तिकरण ग्रामीण विकास के लिए आवश्यक है। सक्षम अभियान ने इन संस्थाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाया है, बल्कि उन्हें अपने क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए स्वतंत्र और सक्षम भी किया है। यह पहल अनुसूचित क्षेत्रों में ग्रामीण विकास का एक नया अध्याय लिखेगी।
कलेक्टर ने कहा गांव, गरीब और ग्रामीणों के समुचित विकास के लिए समन्वित रणनीति, पात्र हितग्राहियों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाना, समुचित बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करने के साथ आर्थिक रूप से सक्षम बनाने में यह अभियान लाभप्रद साबित हुआ है।
सीईओ ने व्यक्त किए सकारात्मक परिणाम
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा, ‘सक्षम अभियान ने पंचायती राज के तीनों स्तरों को आर्थिक रूप से मजबूत किया है। इससे पंचायतें स्वतंत्र निर्णय लेने और क्रियान्वयन में अधिक सक्षम हुई हैं। यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
ग्रामीण विकास में सक्षम अभियान की भूमिका
सक्षम अभियान ने पंचायती राज संस्थाओं को अपने आय स्रोतों को पहचानने और उन्हें सक्रिय करने की प्रेरणा दी है। इससे पंचायतों में आत्मनिर्भरता बढ़ी है और वे अब अपने क्षेत्र में बेहतर विकास कार्य करने में सक्षम हो रही हैं।