कोरिया : राजस्व विभाग की टीम ने धान खरीदी केंद्र पटना में शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया, जिसमें धान खरीदी प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं उजागर हुईं। तहसीलदार, नायब तहसीलदार और हल्का पटवारी की उपस्थिति में की गई इस जांच में कुल 357 बोरी धान जब्त किया गया, जबकि 40 बोरी अमानक धान किसानों को वापस लौटा दिया गया।
जांच में मिली अनियमितताएं
ग्राम रनई निवासी रामरतन द्वारा विक्रय के लिए लाए गए 80 बोरी धान में वर्ष 2024-25 के बारदाने का उपयोग पाया गया। उचित जवाब न मिलने पर धान जब्त किया गया। ग्राम मुरमा निवासी रंगलाल के 75 बोरी धान में भी बारदाने की अनियमितता मिली। इस पर धान जब्त कर किसान का टोकन निरस्त किया गया। ग्राम रनई की समुंदरी बाई द्वारा लाए गए 65 बोरी धान में भी नियमों का उल्लंघन पाया गया। धान जब्त कर टोकन रद्द किया गया। इसी तरह ग्राम तेंदुआ के रामसागर और दिनेश क्रमशः 47 और 90 बोरी धान लेकर आए थे। जांच में पाया गया कि उन्होंने बीज निगम के बारदाने का उपयोग किया था। इस पर कार्रवाई करते हुए धान जब्त कर लिया गया। ग्राम तेंदुआ के जगदीश द्वारा 40 बोरी अमानक धान विक्रय हेतु लाया गया था। इस तरह 357 बोरी जब्त किया गया और 40 बोरी अमानक होने की वजह से लौटाया गया।
राजस्व विभाग ने किसानों को चेतावनी दी है कि खरीदी केंद्रों पर केवल मानक धान और निर्धारित बारदाने का उपयोग करें। विभाग ने कहा है कि किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला प्रशासन की ओर से किसानों से अपील की गई है कि वे धान खरीदी के नियमों का पालन करें। ऐसे मामलों में दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।