जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की नेतृत्व वाली सरकार में सभी वर्ग और समुदाय के लोगों को रोजगार मिले और उनकी जीवन स्तर में सुधार हो। इस आशय से मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी विभागों को अपने-अपने विभागीय योजनाओं से लोगों को हितग्राही मूलक कार्य देकर रोजगार से जोड़ने के निर्देश दिए हैं।
इसी कड़ी में रेशम विभाग द्वारा रोजगार की दृष्टि से कोसा पालन हेतु उन्नत नस्ल की स्व.डिमब समूह के किसानों को प्रदाय किया जाता है। जो कि उनके मेहनत के अनुसार उनकी आमदनी को दोगुनी कर रही है। इसके साथ ही किसी भी प्रकार का समस्या होने पर विभाग द्वारा अधिकारी व कर्मचारी स्वयं उपस्थित होकर निराकरण करने का प्रयास करते हैं।
रेशम विभाग द्वारा लोगों के लिए रोजगार का बहुत अच्छा अवसर प्रदान किया जा रहा है। जो मजदूरी के लिए अन्यत्र राज्य पलायन होते थे अब लगभग उसमें 75 प्रतिशत कमी हुई है। टसर पालन और रेशम धागाकरण से लोगों आर्थिक विकास की ओर अग्रसर हो रहे हैं।
जिले के रेशम अधिकारी श्री श्याम कुमार द्वारा मिली जानकारी अनुसार जिला मुख्यालय से लगभग 65-70 किलोमीटर दूर कांसाबेल विकासखण्ड के अन्तर्गत ग्राम टांगरगांव में 05 हेक्टेयर वन भूमि में साजा व अर्जूना का पौधे विभाग द्वारा लगाया गया है जिसमें कोसा कीट पालन कर किसानों के द्वारा अतिरिक्त आय अर्जित किया जा रहा है। इस कार्य को किसानों रुचि से करते हैं और इससे अच्छी आमदनी मिलती है।
रेशम पालन बना जीवन यापन का सबसे बड़ा स्त्रोत
जिले के दूरस्थ अंचल में बसे आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र वैसे बसे गांव में रेशम विभाग की योजनाओं से लोगों तक उनकी जीवन यापन के लिए रोजगार प्रदान कर आर्थिक विकास करने का सार्थक प्रयास कर रहा है । जो कि विभाग द्वारा चलाया गया योजना मील का पत्थर साबित हो रहा है। जिले के कई ऐसे ग्राम है। जहां रेशम विभाग द्वारा संचालित योजना से कई गरीब परिवार को लाभान्वित किया है ऐसे ही कांसाबेल के अंतर्गत ग्राम टांगरगांव जो कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है इस क्षेत्र में लगभग 05 हेक्टयर में साजा-अर्जूना पौधे रेशम विभाग द्वारा लगाया गया है जिसमें टांगरगांव ग्राम के ही ग्रामीण परशुराम, राजकुमार, सुभाधर सहित अगस्तुस के साथ 04 लोगों का ग्रुप है जिनके द्वारा पिछले कई वर्षों से कोसा पालन किया जाता है एवं इनके द्वारा अच्छी आमदनी प्राप्त किया जा रहा है। पिछले वर्षों की भांति इस वर्ष 2024-25 में इनके द्वारा 3000 डीएफएल्स पालन कर लगभग 151080 कोसा फल उत्पादन किया गया। जिसकी आमदनी राशि 05 लाख 20 हजार 680 प्राप्त हुआ। इसी प्रकार इस ग्रुप में प्रत्येक सदस्य को वार्षिक आय लगभग 1.50 लाख तक प्राप्त होता है, तथा इनकी पारिवारिक स्थिति में सुधार हो रही है आय बढ़ने के कारण इनके बच्चे अच्छे स्कूलों में शिक्षा प्राप्त कर रहें है। तथा इनके द्वारा कोसा पालन के द्वारा प्राप्त आय से पक्का मकान आदि निमार्ण कराया जा रहा है।
परशु राम, राजकुमार, सुभाधर और अगस्तुस ने जानकारी देते हुए बताया कि कोसा पालन योजना से पहले वे अन्य राज्य मजदूरी करने जाया करते थे। जिसमें सिर्फ 30-35 हजार साल भर में बचा पाता था। जिससे परिवार का भरण पोषण कर पाना बहुत कठिनाई हो रही थी। परन्तु जब से रेशम विभाग द्वारा कोसा पालन योजना टांगरगाव में स्थापित किया गया है तब से उन्हें रोजगार हेतु कहीं जाना नहीं पडता है इस कार्य से वे संतुष्ट है तथा अच्छी आय भी अर्जित कर पा रहें है। उन्होंने कहा कि हमारी स्थिति इतनी खराब थी जो कि रेशम विभाग ने रोजगार देकर हमें सुदृढ बनने का अवसर प्रदान किया है। कई सपने थे जो लगभग पूरा हो चुका है एवं आने वाले समय में निश्चित ही बहुत आगे बढ़ेगें, हमारे बच्चे अच्छे कपड़े पहनने के लिए तरसते थे। परन्तु आज के स्थिति में पूरे परिवार अच्छे कपड़े के साथ-साथ हर एक जरूरतों को पूरा कर पाते हैं।
जशपुरनगर : दूरस्थ क्षेत्रों में निवास कर रहे समुदायों को विद्यालयों, सेवाओं, अस्पतालों तथा मंडियों से जोड़ने के लिए सड़कों का निर्माण और सुधार होने से उन्हें सहूलियत मिलने के साथ ही इन समुदायों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ने में भी आसानी होती है। अच्छी सड़कें विकास की भी कुंजी भी कही जाती है। सुरक्षित, पक्की सड़कें जिनका उपयोग मौसम के सभी हालातों में किया जा सकता है, जो पहले कभी दुर्गम रास्तों से होकर अस्पताल पहुंचते थे, देरी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती थी, अब आधुनिक चिकित्सा केन्द्र तक आसानी से पहुंच सकते हैं। कई शोध बताते हैं कि स्कूलों, कॉलेजों तक पहुंच मार्ग हो जाने से ड्रॉप आऊट संख्या में भी कमी आती है। बाजार तक पहुंच आसान होने से किसानों को फसल का बेहतर मूल्य भी मिल पाता है। जशपुर की परिस्थितियों से अच्छी तरह से वाकिफ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के राज्य की कमान संभालते ही जशपुर के कोने-कोने को मुख्यमार्ग से जोड़ने के लिए एक अभियान की तरह सड़क निर्माण की मंजूरी मिलनी शुरू हो गई। कई सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है।
विकास की इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर कांसाबेल विकासखंड में 7 करोड़ 28 लाख 97 हजार रूपए लागत से निर्मित होने वाली 4 सड़कों सहित पुल-पुलिया निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति मिली है। कांसाबेल में जिन सड़कों के निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृति मिली उनमें 01 करोड़ 59 लाख 34 हजार रूपए लागत के बगिया मेनरोड से राउतटोली पहुंच मार्ग लंबाई 1.20 किमी पुल-पुलिया सहित, 2 करोड़ 33 लाख, 97 हजार रूपए लागत के देवरी से हाईस्कूल पहुंच मार्ग लंबाई 2.40 किमी पुल-पुलिया सहित, 95 लाख 30 हजार रूपए लागत के एन.एच.-43 से चेटबा हाईस्कूल पहुंच मार्ग लंबाई 01 किमी पुल-पुलिया सहित और 2 करोड़ 40 लाख 36 हजार रूपए लागत के सूजीबहार से ढुढरूडांड पहुंच मार्ग लंबाई 2.10 किमी पुल-पुलिया का निर्माण कार्य शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने हाल ही में सुशासन दिवस के अवसर पर कुनकुरी के सलियाटोली में आयोजित कार्यक्रम में जशपुर जिले के विकास के लिए लगभग 726.27 करोड़ रूपए की लागत के 172 निर्माण कार्याे का भूमिपूजन और लोकार्पण किया था। इनमें 65.94 करोड़ की लागत के 50 कार्यों का लोकार्पण और 660.33 करोड़ की लागत के 122 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशानुसार जिले के सभी महाविद्यालयों में एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर आयोजन हेतु समय-सारणी का निर्धारित किया गया है। शिविर के माध्यम से नये उद्यमियों-छात्रों को नवीन उद्योग स्थापना हेतु तकनीकी जानकारी प्रदान किया जाएगा।
जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जशपुर से प्राप्त जानकारी के अनुसार उद्यमिता जागरूकता शिविर के लिए निर्धारित तिथि अनुसार शासकीय राम.भ.राय.एन.ई.एस. स्नातकोत्तर महाविद्यालय जशपुर में 08 जनवरी 2025 को 1.00 बजे से शिविर का आयोजन किया गया। इसी प्रकार शासकीय बाला साहब देशपांडे महाविद्यालय एवं अशासकीय लोयला महाविद्यालय कुनकुरी में 10 जनवरी, शासकीय विजय भूषण सिंह देव कन्या महाविद्यालय जशपुर में 15 जनवरी, ठाकुर शोभा सिंह शासकीय महाविद्यालय एवं अशासकीय गुरुकुल महाविद्यालय पत्थलगांव में 17 जनवरी, अशासकीय चंपादेवी महाविद्यालय जशपुर में 20 जनवरी, शााकीय संत रामेश्वर गहिरा गुरु महाविद्यालय बगीचा एवं अशासकीय संत रामेश्वर गहिरा गुरु संस्कृत महाविद्यालय सामरबहार बगीचा में 24 जनवरी, शासकीय नवीन महाविद्यालय आरा में 29 जनवरी, शासकीय नवीन महाविद्यालय बागबहार में 05 एवं 07 फरवरी, शासकीय नवीन महाविद्यालय कांसाबेल में 12 फरवरी, शासकीय महाविद्यालय दुलदुला में 19 फरवरी, शासकीय महाविद्यालय तपकरा में 20 फरवरी, अशासकीय राम लखन महाविद्यालय महुआटोली कुनकुरी में 21 फरवरी, अशासकीय सी.के.डी. कन्या महाविद्यालय पत्थलगांव में 26 फरवरी एवं शासकीय नवीन महाविद्यालय सन्ना में 28 फरवरी 2025 को शिविर का आयोजन किया जाएगा।
जशपुरनगर : कलेक्टर रोहित व्यास ने मंगलवार को जिला कार्यालय सभा कक्ष में आगामी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस आयोजन की तैयार के संबंध में बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने विभाग प्रमुखों को दिए गए दायित्वों का निर्वहन गंभीरता से करने के लिए कहा। उन्होंने प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी गणतंत्र दिवस जिले में हर्षोउल्लाश के साथ गरिमामय ढंग से मनाने के लिए सभी अधिकारियों को तैयारी करने एवं जिला स्तर पर शासकीय विभागों द्वारा झांकियों के निर्माण हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय में परेड आयोजित की जाएगी। जिला मुख्यालय को छोड़कर अन्य किसी भी स्थान में परेड नहीं होगी। जनपद पंचायत स्तर एवं तहसील स्तर पर भी समारोह का आयोजन किया जाएगा। जनपद पंचायत मुख्यालय पर संबंधित जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। इसी प्रकार नगर पालिका नगर पंचायत ग्राम पंचायत में भी जनप्रतिनिधियों द्वारा ध्वजारोहण किया जाएगा। उन्होंने स्कूली बच्चों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति कराने के लिए सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु समिति बना कर ट्रायल दो दिवस पूर्व आयोजित करने को कहा। सभी शासकीय और सार्वजनिक भवनों में ध्वजारोहण के साथ ही गणतंत्र दिवस संध्या में रोशनी भी की जाएगी।
कलेक्टर ने अधिकारियों को रणजीता स्टेडियम गणतंत्र दिवस की तैयारी के लिए बैठक व्यवस्था, बेरिकेटिंग, सुरक्षा व्यवस्था, पेयजल, विद्युत व्यवस्था सहित अन्य तैयारियां करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर कलेक्टर प्रदीप कुमार साहू, एसडीएम आकांक्षा त्रिपाठी, नंदजी पाण्डेय, ओंकार यादव, डिप्टी कलेक्टर विश्वास राव मस्के, हरिओम द्विवेदी, प्रशांत कुशवाहा सहित सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जशपुरनगर : जशपुर जनपद पंचायत के सभाकक्ष में आज 11.00 बजे से त्रिस्तरीय पंचायत निर्वाचन 2024-25 के लिए शासन के निर्देशानुसार सरपंच और वार्ड पंच पद के आरक्षण हेतु अ.जा, अ.ज.जा. एवं अनारक्षित वर्ग के महिलाओं के लिए चक्रानुक्रम एवं लाट के द्वारा वार्ड आरक्षण की कार्यवाही सम्पन्न की गई।
जनपद पंचायत जशपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत जशपुर में कुल 44 ग्राम पंचायतें है, जिसमें से 22 ग्राम पंचायत वर्ष 2019-20 के निर्वाचन मे महिलाओं के लिए आरक्षित था, उन ग्राम पंचायतों को वर्तमान में चक्रानुक्रम के आधार पर अ.ज.जा. मुक्त एवं वर्ष 2019-20 के सरपंच अ.ज.जा. मुक्त का वर्तमान मे अ.ज.जा. महिला हेतु आरक्षित किया गया।
इसी प्रकार ग्राम पंचायतों के वार्ड पंच पद के कुल 607 वार्ड में प्रवर्गवार अ.जा, अ.ज.जा एवं अनारक्षित सीटों मे से महिलाओं के लिए चक्रानुक्रम एवं लाट द्वारा आरक्षण की कार्यवाही सम्पन्न की गई, वर्ष 2019-20 के निर्वाचन की स्थिति में मुक्त वार्ड को महिला एवं महिला वार्ड को मुक्त किया गया, शेष महिलाओं के 50 प्रतिशत आरक्षण को पूर्ण करने के लिए लाट के माध्यम से महिला आरक्षण की कार्यवाही सम्पन्न की गई। उपरोक्त सम्पूर्ण कार्यवाही जशपुर एसडीएम श्री ओंकार यादव, तहसीलदार श्रीमती जयश्री राजन पथे, नायब तहसीलदार श्री राजेश यादव, जनपद सीईओ श्री लोकहित भगत, प्रभारी वरिष्ठ आन्तरिक लेखा परीक्षण एवं करारोपण अधिकारी जनपद पंचायत जशपुर श्री बालेश्वर राम भगत एवं उपस्थित जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में सम्पन्न की गई।
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशानुसार जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र जशपुर के द्वारा शासकीय रामभजन राय एनईएस महाविद्यालय जशपुर में आज एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया है। जिसमें महाविद्यालय के लगभग 200 छात्र छात्राओं ने भाग लिया। शिविर में युवाओं को नये उद्यमियों व नवीन उद्योग स्थापना हेतु तकनीकी जानकारी प्रदान किया गया।
इस दौरान उद्योग विभाग के महाप्रबंधक श्री एम.एस. पैंकरा ने छात्र-छात्राओं को नवीन उद्योग स्थापना से संबंधी जानकारी देते हुए विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। साथ ही अंत्यावसायी योजनाओं से संबंधी जानकारी अंत्यावसायी के कार्यपालन अधिकारी श्री योगेश ध्रुव ने दी। इसी प्रकार एनयूएलएम योजना के श्री संत महतो, श्री राणा ने एवं मनोज गौतम ने उद्योग स्थापना प्रक्रिया के बारे जानकारी दी और सीए श्री ऋषभ जैन द्वारा अकाउंट एवं जीएसटी से संबंधित जानकारी प्रदान की। शिविर में छात्रों को महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ ए,के, श्रीवास्तव, प्रो, विनय तिवारी एवं श्री सूर्यवंशी ने स्वरोजगार के क्षेत्र में मार्गदर्शन प्रदान किए।