जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में भू-माफियों व अनावेदकों के कृत्य बड़े चर्चे में चल रहे है। जहां साफ तौर पर फोटो में देखा जा सकता है कि, भू-माफियों व अनावेदकों का समूह घटना स्थल बाईसागर तालाब में अपना निजी कार्य कर रहे है जहां मकान निर्माण का सामाग्री पड़ा है वहां पर आर.आई, तहसीलदार एवं अनावेदक सर्वे कर रहे है। यह किसके आदेश पर आये थे ? जबकि आवेदक घटना स्थल पर नहीं था। कारण यह है कि, भू-माफिया करोड़ो का आसामी है उसके दबाव में प्रशासन के कुछ लोग आवेदक के ऊपर कोई भी कृत्य कर सकते है यहां तक कि, आवेदक के परिवार व उनके जमीन का निस्तार को भी प्रभावित कर सकते है। जब घटना स्थल पर आना ही था तो आवेदक को कोई किसी प्रकार की सूचना क्यों नहीं दी गयी ? क्योंकि अनावेदक पैसे के बल पर कुछ भी कराने को तैयार हो सकता है इस संबंध में अनावेदक के कृत्यों को समाचार के माध्यम से सार्वजनिक किया जा रहा है।
जानकार सूत्र बताते है कि, फर्जी काम करने में अनावेदक सबसे आगे चला आ रहा है। जो कि शासकीय आॅफिसों में जानकारी लिया जाये तो पूरे सरगुजा एवं बिलासपुर संभाग में विख्यात है। जानकार सूत्र बताते है कि, बैकुण्ठपुर कृषि विभाग में फर्जी बिलों के आधार पर पूर्व में उप संचालक श्याम कुमार को लगभग 15 लाख का कार दिया गया था। इससे अनुमान लगा सकते है कि, अनावेदक पैसे के बल पर प्रशासन के ऊपर दबाव बना सकता है।