कोरिया 30 दिसम्बर 2024/ जिले में जन्म के समय शिशुओं के कम वजन की समस्या को दूर करने के लिए जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त प्रयास से आज बैकुंठपुर में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिला पंचायत के ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यशाला की अध्यक्षता कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने की।
कलेक्टर ने कहा कि कम उम्र में लड़कियों के विवाह और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक भोजन न मिलने के कारण नवजात शिशुओं का वजन कम होता है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि ऐसी समस्याओं को जड़ से समाप्त करने के लिए व्यापक मुहिम चलाएं।
उन्होंने कहा, कम उम्र में विवाह से लड़कियों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी से शिशु का विकास प्रभावित होता है। इससे शारीरिक, मानसिक समस्याओं को जन्म देती है। इसे रोकने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को गर्भवती महिलाओं को सही समय पर सलाह और सहायता प्रदान करनी चाहिए। कार्यशाला में यह भी कहा गया कि गरीबी और पारिवारिक दबाव के कारण लड़कियों की जल्दी शादी कर दी जाती है, जिससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर असर पड़ता है। कलेक्टर ने कहा कि हमें सिर्फ आंकड़े का लक्ष्य हासिल नहीं करना है बल्कि समस्या के मूल कारण को समझते हुए इसे दूर करना है। कलेक्टर ने इस प्रथा को रोकने और जागरूकता अभियान तेज करने के निर्देश दिए।
आकांक्षी विकासखण्ड बैकुंठपुर में नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य में सुधार करना और मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना है। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार और नियमित स्वास्थ्य जांच की जानकारी दे सकें। कार्यशाला में स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भी भाग लिया।