जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास की अध्यक्षता में विगत दिवस कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संयुक्त परामर्शदात्री समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक के दौरान कलेक्टर ने सभी कर्मचारी संघ से अपील करते हुए कहा कि कर्मचारियों को निर्धारित कार्यालयीन समय पर अपने-अपने कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित करें।
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को पक्का मकान की सुविधा दी जा रही है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में जशपुर जिले में दिसम्बर 2023 से दिसम्बर 24 तक कुल 11 हजार 49 मकान पूर्ण कर लिया गया है। इसी प्रकार पीएम जन-मन योजना के तहत 161 आवास विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा परिवारों को दिया गया है। रोटी कपड़ा और मकान जीवन की तीन सबसे मूल आवश्यकता है जिनकी पूर्ति के लिए हर व्यक्ति लगातार प्रयास करता है विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जहां आजीविका के सीमित संसाधन होते हैं वहां लोग अपने परिवार की बुनियादी जरूरत को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं ऐसे में यदि इनके आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए शासकीय सहायता मिल जाए तो जीवन के बड़ी परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने राज्य में निवासरत दूरस्थ अंचल के लोगों तक बुनियादी सुविधाएं के साथ जनकल्याणकारी योजनाओं से पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए गए हैं। इन्ही योजनाओं में से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण बेसहरा और जरूरतमंद परिवारों के पक्के घर के सपनों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जशपुर जिले के विकासखंड मनोरा के ग्राम पंचायत करदना में इस योजना के तहत मिले आर्थिक सहयोग से कई परिवारों के जीवन में रोशनी आई है। जिले के सुदूर क्षेत्र में रहने वाली विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय के जगतपाल झोपड़ी बनाकर निवास करते थे। जिन्हें बरसात के मौसम में प्रतिवर्ष छत से बारिश टपकता था, सांप बिच्छू की समस्या बनी रहती थी, हर साल छत की मरम्मत करने में खर्च होती थी। लाइट की भी व्यवस्था नहीं थी। भारत सरकार द्वारा संचालित योजना श्री जगतपाल राम के लिए वरदान साबित हुआ। जिसके तहत पहाड़ के नीचे बस्ती छतौरी में पीएम जनमन आवास योजना के तहत उनका पक्का आवास के साथ शौचालय बनकर तैयार है। अब वे खुशहाल जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ऐसे जनकल्याणकारी योजना लाने के लिए धन्यवाद दिया है। उल्लेखनीय है कि जिले में 2016 से 2025 तक कुल स्वीकृत आवास 92530 हुआ है। इनमें से 58516 आवास पूर्ण कर लिया गया है। वित्तीय वर्ष में 2024-25 में 30746 आवास स्वीकृत हुआ है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन में दिसम्बर 2023 से दिसम्बर 2024 तक 11049 आवास पूर्ण कर लिया गया है। इसी प्रकार पीएम जनमन के तहत् 1459 आवास स्वीकृति किया गया है इनमें से अब तक 161 आवास पूर्ण कर लिया गया है।
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन में जिले के सभी विकास खंड में सुशासन सप्ताह प्रशासन गांव की ओर मनाया जा रहा है। इसी कढ़ी में बगीचा विकास खंड के ग्राम पंचायत रौनी में आज श्रमदान का आयोजन किया गया जिसमें स्वच्छता दीदी,ग्राम पंचायत के सरपंच,सचिव एवं ग्रामीणों ने अपनी सहभागिता दी। और गांव को स्वच्छ और सुंदर रखने का संदेश दिया।
जशपुरनगर : जिला प्रशासन के अंतर्गत सुशासन सप्ताह प्रशासन गांव की ओर के तहत फरसाबहार विकासखंड के 6 संकुल केंद्र में बच्चों का जन्म प्रमाण,आय जाति निवास, बनाने के लिए शिविर लगाया है। पालकों को अपने बच्चों का अनिवार्य रूप से जन्म प्रमाण बनवाने के लिए कहा गया। कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने सभी एसडीएम, जनपद सीईओ और बीईओ और अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने अपने विकास खंड में शिविर लगाकर जिन बच्चों का जन्म प्रमाण नहीं बना है। उनका शिविर में प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कहा है।
जशपुरनगर : पहाड़ों, पठारों, नदी-नालों, घने जंगलों और हरी-भरी वनस्पतियों से समृद्ध जशपुर जिले की प्राकृतिक सौंदर्य सहज ही आकर्षित करता है। जंगल और इनमें प्राकृतिक तौर पर बसने वाले पशु-पक्षियों से ऐसा पारिस्थितिक तंत्र का निर्माण होता है जो जीवन के लिए अनुकूल होने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए भी बेहद जरूरी है। जीवन के लिए सबसे जरूरी शुद्ध वायु, पेड़ों का कटाव रोकने और पर्यावरण अनुकूलता बनाए रखने के लिए जनजागरूकता अभियान के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर एक पेड़ मां के नाम से वृक्षारोपण की शुरूआत की थी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने 4 जुलाई को अपने निवास कार्यालय परिसर रायपुर में दहीमन का पौधा लगाकर एक पेड़ मां के नाम का विधिवत शुभारंभ किया था। इस महाअभियान के तहत अब तक जशपुर जिले में 3 लाख 55 हजार पौधों का रोपण और 2 लाख 32 हजार पौधों का वितरण किया जा चुका है। एक पेड़ मां के नाम के तहत हर व्यक्ति को अपनी मां के सम्मान में एक पौधा लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ मातृत्व का सम्मान, हरे-भरे परिदृश्य को और अधिक हराभरा बनाना है।
मुख्यमंत्री ने इस अभियान के तहत वृक्षारोपण स्थलों का नामकरण स्थानीय देवी-देवताओं के नाम से करने का आह्वान किया है। इस अभियान के तहत आम, जामुन, बेल, कटहल, सीताफल, अनार, शहतूत, बेर, तेन्दू, गंगाईमली जैसे फलदार पौधे तथा लघु वनोपज एवं औषधीय प्रजाति के पौधों जैसे-हर्रा, बहेड़ा, आंवला, नीम, पुत्रजीवा, काला सिरस, रीठा, चित्रक आदि प्रजातियों के पौधों का रोपण हो रहा है। शहरी क्षेत्रों में छायादार प्रजातियां बरगद, पीपल, मौलश्री, कदम, पेल्ट्राफार्म, गुलमोहर, करंज, अशोक, अर्जुन के साथ अन्य प्रजातियों का रोपण किया जा रहा है। अभियान अंतर्गत सभी स्कूलों, छात्रावासों, आंगनबाड़ी केन्द्र, पुलिस चौकी, अस्पताल, शासकीय परिसर, शासकीय एवं अशासकीय भूमि, विभिन्न औद्योगिक संस्थानों की रिक्त भूमि पर इस महावृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत वृक्षारोपण का कार्य किया जा रहा है।
वर्तमान समय में वनों की कटाई और प्रदूषण की बढ़ती समस्या की वजह से जनजीवन प्रभावित होने के साथ ही बीमारियां भी बढ़ रही है। यह अभियान पर्यावरण संरक्षण के साथ ही अपनी मां के प्रति अपने प्रेम और सम्मान को व्यक्त करने का भी एक माध्यम है। अभियान छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रकृति के प्रति जागरूकता फैलाने के अलावा उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ने का काम भी कर रहा है। ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान की आक्सीजन की मात्रा बढ़ाने, धरती का तापमान कम करने, भूजल स्तर को बढ़ाने और प्रदूषण नियंत्रण में भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह हमें एक हरित और स्वच्छ भविष्य की ओर ले जाएगा।
जशपुरनगर : सुशासन सप्ताह 2024 के आयोजन के तहत प्रशासन गांव की ओर का कार्यक्रम के तहत आज मनोरा विकासखंड के डुमरटोली में विकासखण्ड स्तरीय शिविर का आयोजन किया गया। इस दौरान शिविर में उपस्थित ग्रामवासियों को शासन के विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई और इन योजनाओं के लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया। साथ ही ग्राम डुमरटोली के लोगों को शासन की योजनाओं से लाभान्वित भी किया गया।
इस अवसर पर शिविर में ग्राम पंचायत सरपंच, जनप्रतिधि, जशपुर एसडीएम श्री ओंकार यादव समस्त विकास खण्ड स्तरीय अधिकारी, फील्ड लेवल कर्मचारियों एवं अन्य ग्रामवासी उपस्थित थे।
जशपुरनगर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशन में जशपुर जिले में सुव्यवस्थित रूप से धान की खरीदी की सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। जिले में 14 नवम्बर से अब तक 70109.72 मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। अब तक जिले के 11286 किसानों ने अपना धान बेचा है। धान खरीदी के एवज में इन किसानों को भुगतान करने के लिए विपणन संघ मुख्यालय द्वारा अपेक्स बैंक को लिकिंग व्यवस्था के तहत 1,61,35,07,960 रुपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक जारी रहेगा।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 51180 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 6301 नए किसान शामिल है। इस वर्ष 46 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 3,36,458.00 मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है। अधिकारियों ने बताया कि 19 दिसम्बर तक 11286 किसानों से 72708.44 मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए आज दिनांक तक कुल 84942.32 मीट्रिक टन टोकन जारी किए गए थे। आगामी 1 दिवस की खरीदी के लिए कुल 1516 किसानों हेतु 11208.12 मीट्रिक टन का टोकन जारी किया गया हैं। जिले में 52 मिलरों का अनुबंध किया जाकर अब तक 68173.00 क्विंटल का डीओ जारी किया जा चुका है जिसमे से 9689.96 क्विंटल का धान भी उठाया जा चुका है।
जशपुरनगर : राज्य शासन के एक वर्ष पूरे होने पर जिले में सुशासन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है और प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के माध्यम से सभी विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने विभागों की जानकारी लोगों से साझा कर रहे हैं और उन्हें शासन की योजनाओं का शत प्रतिशत लाभ मिले इस आशय से शिविर के माध्यम से योजना के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
इसी तारतम्य में आज सरगुजा संभाग अंबिकापुर के कमिश्नर श्री आर चुरेन्द्र की अध्यक्षता में सुशासन चौपाल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, कलेक्टर श्री रोहित व्यास सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।
सुशासन चौपाल में कमिश्नर श्री चुरेन्द्र एवं कलेक्टर श्री व्यास द्वारा आम जनता को शासन की विभिन्न योजना से होने वाले लाभ से अवगत कराया गया।
जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के आदेशानुसार एवं जिला आयुष अधिकारी डॉ. भुनेश्वर प्रसाद के मार्गदर्शन में विगत दिवस 19 दिसम्बर 2024 को जशपुर बाजारडांड़ में एक दिवसीय जिला स्तरीय निःशुल्क आयुष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। शिविर कुल 558 लोगों का उपचार किया गया। इनमें आयुर्वेद पद्धति से 35, होम्योपैथी से 206, प्रकृति परीक्षण 52 एवं रक्त परीक्षण के 51 रोगी को लाभांवित किया गया। आयुष स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शान्ति भगत के द्वारा किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष श्री राधेश्याम राम, जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती शारदा प्रधान, कल्याण आश्रम के डॉ. मृगेन्द्र सिंह उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती शान्ति भगत द्वारा अपने संबोधन में कहा कि आयुर्वेद सबसे पुरानी पद्धति है। आजकल जगह-जगह शिविर लगाकर निःशुल्क आयुष स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर जनसामान्य को लाभ पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद एक प्राचीनतम चिकित्सा पद्धति है। जो किसी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं करता है रोग ठीक होने में समय लगता है, पर रोग समूल ठीक करता है। यह भारतीय चिकित्सा पद्धति रोग चिकित्सा के साथ-साथ स्वास्थ्य रहने की भी शिक्षा देती है। आज कल जगह-जगह आयुष विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार होने से आयुष के प्रति जनमानस का रूझान बढ़ रहा है। शासन ने भी इस आयुष चिकित्सा पद्धति की ओर ध्यान दे रही है तथा अपने उद्बोधन में भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुष को अपनाने की अपील की।
नगर पालिका अध्यक्ष श्री राधेश्याम राम ने कहा कि आयुर्वेद एवं होम्योपैथी सहज, सरल घर-घर में अपनाई जाने वाली चिकित्सा पद्धति है जो प्राचीनतम है। जशपुर जिला वनौषधियों से भरा है जिसे पहचान, उपयोगिता एवं संरक्षण करने की अपील की। आयुष स्वास्थ्य मेला के मार्गदर्शक जिला आयुष अधिकारी डॉ. भुवनेश्वर प्रसाद ने विभागीय जानकारी देते हुए बताया कि आयुष पद्धति अब पूरे विश्व में प्रचलित हो रहा है।
शिविर प्रभारी डॉ. एल.आर. भगत द्वारा विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दिये। शिविर के सहायक प्रभारी डॉ. शशिभूषण सिंह द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। शिविर में आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. हरिकृष्ण श्रीवास, डॉ. रंजीत कुमार गुरू, डॉ. ऋतम्भरा प्रज्ञा पैंकरा, डॉ. पूजा भगत, डॉ. कंचन गुप्ता एवं होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. अम्बिका नायक, डॉ. शशिभूषण सिंह, आयुष विभाग के कर्मचारी श्री शरद साहू, श्रीमती संध्या भास्कर, श्रीमती अंजना लकड़ा श्रीमती इन्दु नन्दे, श्री कृष्ण कुमार दिनकर, श्री कुलदीप जगत, योगा प्रशिक्षक श्रीमती प्रीति पाण्डे आदि ने शिविर को सफल बनाने में सहयोग प्रदान किया।