जिला जशपुर मुख्यालय में कार्यपालन अभियंता अपने कृत्यों से चर्चा में चल रहे है। जानकार सूत्र बताते है कि, यह अधिकारी महीने में एकाद ही सप्ताह अपने आॅफिस में देखे जाते है बाकी समय अक्सर नदारद ही रहते है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इसी प्रकार पत्थलगांव जशपुर में भी कार्यपालन अभियंता व एस.डी.ओ. जो कि सभी आॅफिस का काम अपने निवास में कर रहे है जितने भी काम होते है सभी अपने घर से ही करते है। क्योंकि उनको अपने आॅफिस में काम करना ही नहीं रहता। यह सब समझ से परे है कि, अपने निवास को ही अपना आॅफिस इन्होंने बना लिया है। जितने भी ठेकेदार है उनके निवास पर कमीशन उनको पहुंचाते है। इसलिए जब कोई भी आॅफिस जाता है तब प्यून बताते है कि, साहब साईड में है। जबकि वह अपने हिसाब से उठते है और हिसाब से ही काम करते है। बताया जाता है कि, सुबह 11 बजे उठते है और लगभग 2-3 बजे तक तैयार होते है इनको न तो कोई पूछने वाला और न ही कोई कहने वाला। यह है सरकारी नौकरी का नियम। आॅफिस में जितने भी स्टाॅफ है कभी भी सत्य नहीं बताते कि, अधिकारी कहां गायब है ? इनका पूरा काम कमीशन पर चल रहा है। जानकार सूत्र बताते है कि, टी.एल. मीटिंग में भी अधिकारी लोग नहीं जाते। टी.एल. मीटिंग सिर्फ एक दिखावा बन कर रह गया है।