जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के सिटी कोटवाली में आवेदक द्वारा शिकायत दर्ज करवाया गया था जिसमें साफ तौर पर कहा गया था कि, लगभग 15-20 लोगों का झूंड आवेदक के परिवार में दस्तक देकर जान से मारने की धमकी एवं गाली-गलौज किया गया था। इसके बावजूद भी थाना प्रभारी द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गयी, जिससे उन लोगों का मनोबल और भी बढ़ गया है जिसका परिणाम यह है कि, आवेदक के घर के दरवाजे पर बड़ा-बड़ा गड्डा खोदवा दिया गया है। लोगों का कहना है कि, पुलिस प्रशासन इन भू-माफियों से मिला हुआ है जो कि देखते हुए भी जान-बूझकर कोई भी कार्यवाही नहीं किया रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, भू-माफिया प्रशासन पर दबाव बनाये हुए है जबकि नजूल भूमि पूर्व के दस्तावेजों में लिखा हुआ है कि, यह तालाब निस्तार, जानवरों के पानी पीने एवं सभी के उपयोग करने का अधिकार है, परंतु कोरिया कलेक्टर महोदया जी को इस संबंध पर आवेदक द्वारा बार-बार निवेदन किया गया एवं घटना स्थल की भी फोटो भेजा गया, तत्पश्चात एसडीएम बैकुण्ठपुर को निर्देश दिया गया है। क्योंकि चापलूस एवं दलाल बैकुण्ठपुर प्रशासन के ऊपर हावी है, जिसको बैकुण्ठपुर प्रशासन सम्मान देता है। बता दें कि, प्रशासन जो सम्मान लायक है उसको भी सम्मान नहीं देता। लोगों में चर्चाऐं है कि, आखिर क्यों पूर्व के तालाब पर कार्यवाही नहीं होती ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुछ लोग तो कलेक्टर जी के साथ में फोटो खिंचवाकर व्हाट्सएप में लगाकर अधिकारियों के ऊपर दबाव बना रहे है। एवं जो वरिष्ठ नागरिक कहलाने के योग्य है उन्हें वरिष्ठता का योग्य ही प्राप्त नहीं हो रहा है। अब देखना यह है कि, जो घटना स्थल का फोटो कलेक्टर महोदया जी को भेजा गया है उस पर क्या प्रतिक्रिया होती है ?