जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के सिटी कोतवाली में पुलिसकर्मियों के द्वारा किया जाने वाला कारनामों के चर्चाऐं चल रहे है। जानकार सूत्र बताते है कि, जब ग्रामीणों द्वारा सिटी कोतवाली में मारपीट की शिकायत दर्ज करवाने जाते है तब पुलिसकर्मियों द्वारा रिपोर्ट दर्ज करने के नाम पर लगभग 15-20 हजार रूपये मांगा जाता है। बताया जा रहा है कि, ग्रामीण द्वारा रो-रोकर बताया जा रहा है कि, पुलिस द्वारा ‘‘तुमको बचा लेंगे’’ के नाम पर लालच दिया जाता है जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा पुलिसवालों को पैसा दे दिया जाता है। यह भी बताया जा रहा है कि, विवेचक द्वारा बयान लिया जाता है तो अपने मन मुताबिक ही आवेदक का बयान लेते है जिससे लोगों का कहना है कि, विवेचक को चाहिए कि, आवेदक के पूरी बात सुने और कोई व्यक्ति फंसा हुआ है तो उसका सहयोग करे। परंतु सिटी कोतवाली में इससे विपरित कार्य किया जा रहा है जिससे गरीब ग्रामीण लोग परेशान हो रहे है। इसकी जानकारी थाना प्रभारी को भी फोन द्वारा बताया जा चुका है।
बता दें कि, इस समाचार में उस व्यक्ति ने अपना नाम भी लिखवाने से इंकार कर दिया, क्योंकि वह पुलिसकर्मियों को पैसा दे चुका है वह पैसा वापस तो नहीं मिल सकता, परंतु वह किसी मुसिबत में नहीं पड़ना चाहता, क्योंकि उनका कहना है कि, इस बारे में मालूम पड़ते ही पुलिस वाले उनको प्रताड़ित करेंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, आज कोरिया जिले के अंदर रिपोर्ट उसी का दर्ज किया जाता है जो पैसा देता है। बड़ी विडम्बना की बात है कि, पुलिस कर्मचारियों से आम जनता अपना इज्जत बचाना मुश्किल पड़ रहा है। वही पुलिस वालों के द्वारा जो सामाजिक कार्य करते है उनको भी नहीं छोड़ा जाता। लोगों का कहना है कि, आज की स्थिति में देखा जाये तो पुलिस के देख-रेख में ही गलत काम हो रहे है। जब गलत काम का पैसा न आये तो पुलिसकर्मियों की शान-शौकत कैसे चलेगी ?
यह सोचने वाली बात है कि, राज्य स्तर से मांगी गई जानकारी भी पुलिस विभाग ने डकार दिया। लोगों में तरह-तरह की चर्चाऐं चल रही है कि, पुलिस विभाग ऐसे आदमी पर रहम करते है जो गलत काम एवं चापलूसी करता है यह लोग उसी लोगों को लाईक करते है। एक कहावत है ‘‘बाप बड़ा न भईया, सबसे बड़ा रूपईया’’।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस विभाग में ऐसा कौन सा कर्मचारी है जो कि, दारू, गांजा, ब्राउन शुगर एवं अन्य मार्दक पदार्थ इनके देख-रेख में सप्लाई चल रहा है ? इन सबका रिकार्ड इनके पास ही रहता है और जो पैसा नहीं देता उसी के ऊपर कार्यवाही करते है। यह समाचार आमजनता के विचारधाराओं द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है।