जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर में चर्चा का विषय है कि, तहसील कार्यालय में जो व्यक्ति पैसा देता है उसी के पक्ष में न्याय होता है। एक ऐसा ही मामला देखा जा सकता है कि, आवेदक के द्वारा श्रीमान् सरगुजा संभाग आयुक्त जी को सुखाचार अधिनियम के अन्तर्गत निवेदन किया था मामला 13/06/2024 का है। जो कि तहसील के जांच टीम द्वारा सच्चाई से जांच नहीं की गयी। जानकार सूत्र बताते है कि, राजस्व विभाग पैसे के बल पर चलता है जो जितना पैसा देगा उसका काम उतना ही आगे बढ़ेगा। बता दें कि, आवेदक को तहसील कार्यालय से आज दिनांक 26/10/2024 तक दिशा-निर्देश नहीं मिला। जबकि आवेदक बार-बार तहसील में निवेदन कर चुका है।
जानकार सूत्र बताते है कि, तहसील कार्यालय से जनता त्रस्त हो चुकी है। चर्चा का विषय है कि, तहसील कार्यालय में ऐसे भी मामले है जो कि पांच-छः साल से पेडिंग में पड़े हुए है। लोगों का कहना है कि, जो पैसा देता है उसका काम तुरंत होता है ऐसा क्यों ? इस संबंध को लेकर पूर्व एसडीएम को भी जानकारी दिया गया था परंतु आज तक कोई कार्यवाही नहीं किया गया। वही लोगों का कहना है कि, पूर्व तहसीलदार मनहरण राठिया के जमाने में न्याय तुरंत मिलता था आज भी जनता उनको याद करती है। इस संबंध में आम जनता कलेक्टर महोदया जी से निवेदन करती है कि, राजस्व विभाग के मामले पर विशेष ध्यान दिया जाये।