जिला सूरजपुर मुख्यालय में मर्डर का जिम्मेदार कौन ? जबकि पुलिस प्रशासन की देख-रेख में कबाड़ी पर हत्याकांड का सवाल उठ रहा है। लोगों के द्वारा कहा जा रहा है कि, या तो पुलिस दोषी है या तो हत्यारा का पता नहीं ? लोगों का कहना है कि, पुलिस दोषी क्यों है? क्योंकि कबाड़ी को पुलिस संरक्षण दे रहा था।
जानकार सूत्र बताते है कि, कबाड़ी को संरक्षण देने के उपरांत पुलिस हर माह लगभग दस लाख रूपए कबाड़ी से पैसा लेते थे। बता दें कि, हत्या का गुल्थी अभी तक सुलझा नहीं और लोगों के द्वारा कयास लगाये जा रहे है। जानकार सूत्र बताते है कि, अपराधी पुलिस के मुताबिक कुलदीप साहू के ऊपर पुलिस द्वारा परीक्षण के लिए भेजा गया है। सोचने वाली बात है कि, पुलिस विभाग किसी को भी चाकू पकड़ाकर जांच के लिए भेज दिया जाये तो पुलिस उसको ही अपराधी बना देगी। पुलिस अभी तक हत्यारे के सुराग में नहीं पहुंची पर आम जनता फांसी का गुहार लगा रही है। वही कुछ लोगों का कहना है कि, जब तक चश्मदीद गवाह न मिल जाये किसी भी व्यक्ति को अपराध घोषित न किया जाये। ये विचार न्यायालय को लेना चाहिए न की आम जनता को। ये समाचार आमजनता के विचारधारा से प्रकाशित किया जा रहा है।