सूरजपुर जिला मुख्यालय में पुलिस आरक्षक की निर्दोष पत्नी एवं मासूम बच्ची का नृशंस हत्या अशोक साहू के पुत्र कुलदीप साहू के द्वारा किया गया। इस संबंध में जानकार सूत्र बताते है कि, अशोक साहू कबाड़ी वाले से लम्बी मांग को लेकर पुलिस के एएसआई से बात फंस गयी थी। चर्चा का विषय है कि, लगभग पांच लाख रूपए महीना कबाड़ी वाला पुलिस को देता था उसके बावजूद भी पांच लाख के आलावा और पैसा मांगते थे। बताया जाता है कि, उस पैसे को लेकर अशोक कबाड़ी का लड़का कुलदीप साहू के साथ एक दिन पूर्व एएसआई से मनमुटाव हुआ था।
मिली जानकारी के अनुसार, कुलदीप साहू को एएसआई के द्वारा बार-बार प्रताड़ित किया गया था। जिससे तंग आकर कुलदीप साहू मौके के तलाश में थे। वरदात के दिन एएसआई अपना ईलाज करवाने मनेन्द्रगढ़ गया हुआ था। मौका पाकर कुलदीप साहू ने एएसआई के घर घुंस कर निर्दोष पत्नी व बच्ची के ऊपर गुस्से से मौत के घाट उतार दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एएसआई बैकुण्ठपुर कोतवाली में भी रहा था। जानकार सूत्र बताते है कि, यहां के लोगों को भी प्रताड़ित किया था। जिससे लोगों का कहना है कि, पुलिस विभाग आम लोगों को प्रताड़ित कर बदमाश बनाती है। वही कुलदीप साहू ने एक पुलिसकर्मी के ऊपर खौलता हुआ तेल भी डाल दिया था। लोगों में चर्चाऐं है कि, जिस व्यक्ति से प्रति माह पांच लाख मांगा जाये और बाद में उसे दस लाख रूपए महीना मांगा जाये और उसके परिवार को प्रताड़ित किया जा रहा हो तो वह परिवार आखिर क्या करता ? जबकि वर्षों से अषोक साहू सरगुजा संभाग में कबाड़ी के आड़ में पुलिस के छत्रछाया में फलफुल रहा था।
कुछ लोगों का कहना है कि, पुलिस विभाग आज इस बात को प्रतिज्ञा कर लें कि जुंआ, सट्टा, कबाड़ी वाले से अवैध तरीका खत्म करने का ठान ले, तो सभी विवाद खत्म हो जायेगें। वही राज्य शासन व सरगुजा संभाग इसको बड़े संज्ञान में लेकर जांच कराये की मामला क्या है ?