नरसिंहपुर : गांधी जयंती के अवसर पर प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल के मुख्य आतिथ्य में पीजी कॉलेज के ऑडिटोरियम हॉल में टीबी मुक्त ग्राम पंचायत सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में अतिथियों ने जिले के 6 ब्लॉक के कुल 56 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त हो जाने पर इन ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं पंच को गांधी जी की प्रतिमा एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत में दौरान मंत्री श्री पटेल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें सादर नमन किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ज्योति नीलेश काकोड़िया, विधायक गोटेगांव श्री महेन्द्र नागेश, कलेक्टर श्रीमती शीतला पटले, सीईओ जिला पंचायत श्री दलीप कुमार,पूर्व राज्य मंत्री श्री जालम सिंह पटेल, पूर्व नपा अध्यक्ष श्री महंत प्रीतमपुरी गोस्वामी व श्रीमती संध्या कोठारी, डॉ. अनंत दुबे, एसडीएम, सीएमएचओ डॉ. एपी सिंह, जिला क्षय अधिकारी, अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी व कर्मचारी, पंचायतों के सरपंच व सचिव और अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि टीबी को समाप्त करने के लिए एक जन आंदोलन बनाने के लिए समुदायों को सशक्त बनाना है, हमें इसे यथार्थवादी दृष्टिकोण से देखना चाहिए। टीबी महामारी को समाप्त करने में भारत के इन प्रयासों में अपना योगदान देने की बहुत बड़ी क्षमता है। टीबी महामारी को समाप्त करना अकेले स्वास्थ्य क्षेत्र के संघर्ष के बजाय पूरे समाज का संघर्ष है। इस बीमारी के खिलाफ लड़ाई में न केवल सरकारी प्रयासों की बल्कि जनभागीदारी की भी आवश्यकता है। टीबी को जड़ से समाप्त करने की दिशा में बेहतर प्रयास हो रहे हैं जिन्हें निरंतर जारी रखना होगा। सभी के सम्मिलित प्रयासों से टीबी हारेगा। इसका समय पर पता चल जाए और इसका पूरा उपचार हो जाए तो यह पूरी तरह से रोकथाम योग्य और उपचार योग्य रोग है। यह अब घबराने की वाली बात नहीं है। इसमें कोई भी व्यक्ति संकोच नहीं करें। अपने स्वास्थ्य की निरंतर जांच करवाते रहें। सामुदायिक जुड़ाव से बीमारी और इसे रोकने और इसे बेहतर तरीके से प्रबंधित करने के तरीकों के बारे में अधिक जागरूकता आएगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री पटेल ने कहा कि नरसिंहपुर वह जिला है, जो सबसे पहले साक्षर हुआ है, मैं इस पर गर्व करता हूं। टीबी महामारी से जिले को मुक्त करने के लिए 2 लाख से अधिक लोगों को टीबी की वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसे पूरा करने के लिए वैक्सीनेशन कैलेंडर बनाकर टीम को पहुंचाया जाये। नरसिंहपुर विधानसभा एवं जिले को टीबी मुक्त बनाने के लिए लक्ष्य बनाकर शतप्रतिशत व्यक्तियों को वैक्सीनेशन करने का कार्य किया जाये। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य इतना बड़ा नहीं है जिसे हम सभी मिलकर प्राप्त नहीं कर सकते। इस काम के लिए सभी वर्गों की सहभागिता हो, इसका संकल्प लेकर जायें।
स्वच्छ भारत अभियान को लेकर मंत्री श्री पटेल ने कहा कि स्वच्छता के प्रति हम सबको जागरूक होना होगा। स्वच्छता अभियान में सच्चे मन से जुड़ गये तो, इसका व्यापक स्तर पर बदलाव देखा जा सकता है। हम सभी स्वयं स्वच्छता के ब्रांड हैं। यह स्वच्छता की अलख राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने जगाई। गांधी जी द्वारा देखा गया स्वच्छ आदत का सपना अब साकार होने लगा है। गांधी मात्र शब्द नहीं है, बल्कि वह आचरण है। उनके किसी भी एक आचरण को अपने जीवन में अपना लें तो हम सभी अपने जीवन को सार्थक बना सकते हैं।
कार्यक्रम में बताया गया कि जिले के 6 ब्लॉक के कुल 56 ग्राम पंचायत वर्ष 2023 में टीबी मुक्त हो गये हैं। इनमें नरसिंहपुर ब्लॉक के 12, करेली ब्लॉक के 12, गोटेगांव ब्लॉक के 7, चांवरपाठा ब्लॉक के 8, सांईखेड़ा ब्लॉक के 9 और बाबई चीचली ब्लॉक के 8 पंचायतें टीबी मुक्त हो चुके हैं। नरसिंहपुर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बंदरोहा, चंद्रपुरा, देवनगर नया, धमना, डोंगरगांव, हीरापुर, कल्याणपुर, लोकीपार, पीठहेरा, रांकई पिपरिया व सगौनी खुर्द, करेली ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बम्हनी, बीतली, देवाकछार, गुरसी, हिरनपुर, खमरिया, कोसमखेड़ा, पिपरिया- बंदरोहा, पिपरिया लिंगा, रम्पुरा, सासबहू व उमरिया, गोटेगांव ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बेलखेड़ी मुर्रा, बुधगांव, कटकूही, कुकलाह, कूसीबाड़ा, मुर्रा व सालीवाड़ा, चांवरपाठा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बांसखेड़ा, बिल्थारी, देवरी, ढांडिया, गंगई, खमरिया, पिपरवानी व तिगुंवा, सांईखेड़ा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत अजंदा, बगदरा, कजरौटा, खकरिया, खमरिया, करहैया, पिपरिया खुर्द, सुपारी व टुईयापानी और बाबई चीचली ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत चारगांवकलां, धमेटा, इमलिया, कनवास, खंचारी, सिल्हेटी, टेकापार व ऊकासघाट टीबी मुक्त हो चुके हैं।