बैकुण्ठपुर मुख्यालय में वशिष्ठ टाइम्स पोर्टल में वर्षों से समाचार प्रकाशित होता चला आ रहा है। बता दें कि, इसी पोर्टल में भू-माफियों व अन्य समाचार के बारे में समाचार लगाये जाते है। वही अनेको लोग इस समाचार को पढ़ते है तथा कई लोग समाचार को देखकर द्वेष बना लेते है। इसी प्रकार का द्वेष पारगीर द्वारा देखने को मिल रहा है जिसमें असमाजिकतत्व व भू-माफियों के द्वारा पारगीर ने फोन करके संतु होटल एसईसीएल चैक बुलाया, जिसमें बालमिक मिश्रा का सुपुत्र व शानूपाल (सरकारी कर्मचारी) दोनों होटल में बैठे थे, वहां संपादक जी अरूण जैन के साथ चाय पी रहे थे, संपादक जी के निकलने के बाद दोनों भू-माफियों ने संपादक जी के संबंध में कहा कि, ये हमारे बारे में बहुत समाचार छापता है, एवं अन्य द्वेषपूर्ण संपादक जी के बारे में बातें की।
बता दें कि, पारगीर पूर्व से ही संपादक से द्वेष रखता है। क्योंकि पारगीर द्वारा पूर्व में झूठा शिकायत पुलिस विभाग व दिल्ली तक किया था। जिसकी जांच पुलिस द्वारा की गयी जिसमें समाचार में कोई भी किसी प्रकार का नाम नहीं लिखा था। जिससे शिकायत खारीज कर दिया गया।
इसी प्रकार एक पत्रकार संगठन बनाया गया, जिसमें प्रमुख रूप से संपादक को आमंत्रित किया गया था। जब संगठन बनकर तैयार हुआ, तब संपादक का नाम विलुप्त कर दिया गया। उसके बाद वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र के संबंध में जानकारी एसडीएम विभाग से मांगा गया, क्योंकि इसके साथ ऐसे मंचले लोग है जो कि संपादक के खिलाफ गलत-गलत तरीके से मिसगाईड किया करते है।
बता दें कि, जब ये लोग जन्म भी नहीं लिये होंगे तब से समाचार प्रकाशन चलता आ रहा है। और आज यही लोग गले की हड्डी बन गये है। इस संबंध को लेकर बालमिक मिश्रा के लड़के व अन्य लोगों के मामले में महामहिम राज्यपाल, माननीय मुख्यमंत्री, श्रीमान पुलिस महानिर्देशक रायपुर, श्रीमान महानिरीक्षक अम्बिकापुर व श्रीमान पुलिस अधीक्षक बैकुण्ठपुर को अवगत कराया जा चुका है।
वही संपादक जी का कहना है कि, मेरे परिवार व मेरे ऊपर कोई भी अप्रिय घटना घटती है तो चन्द्रकांत पारगीर व भू-माफिया के नाम सामिल किये जाये। बता दें कि, ये लोग सत्ता का भी धौस देते है, क्योंकि इनके संगठन में कुछ लोग संपादक के विरूद्ध कार्य करते है। इस संबंध में प्रेस क्लब के अध्यक्ष को भी अवगत करा दिया गया है एवं आम जनता को भी अवगत कराया जा रहा है। क्योंकि ऐसे व्यक्ति जो कि कभी-भी किसी के साथी नहीं रहे, इनका ‘‘मतलब हटा उसके बाद अलग हटो’’।