Home कोरिया बैकुण्ठपुर/कोरिया : एस.डी.एम. महोदया के आने पर बाबू हुए भयभीत ………………

बैकुण्ठपुर/कोरिया : एस.डी.एम. महोदया के आने पर बाबू हुए भयभीत ………………

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बैकुण्ठपुर मुख्यालय में नये एस.डी.एम. महोदया नेताम जी के आने से बाबूओं के मुंख पर मायूसी छायी हुई है। बताया जा रहा है कि, एस.डी.एम. महोदया जी के तौर-तरीके के हिसाब से न चलने पर बाबूओं को निलंबित किया जा रहा है। लोगों में चर्चा है कि, नये एस.डी.एम. महोदया जी के आने से जनता को बहुत बड़ी राहत मिली है, क्योंकि पूर्व में जितने भी एस.डी.एम. आये थे उन सबसे हटकर इनका कार्य करने का तरीका है। जिससे लोगों के मन में उत्साहित प्रतीत हो रहा है। जानकार सूत्र बताते है कि, पूर्व में एस.डी.एम. आॅफिस में बाबू लगभग 11 से 11.30 बजे तक कार्यालय नहीं पहंुचते थे आज वही बाबू समय पर उपस्थित हो जाते है। अब देखना यह है कि, तहसील कार्यालय के तौर-तरीकों को देखने के लिए एस.डी.एम. महोदया समीक्षा बैठक कैसे लेती है ?

मिली जानकारी के अनुसार, तहसील कार्यालय में देवेन्द्र जायसवाल द्वारा आय, जाति और निवास प्रमाण का कार्यभार संभाला हुआ था। लोगों द्वारा बताया जाता है कि, स्टूडेंटों से बिना पैसे लिए कोई काम नहीं करता था जबकि वह बाहर का व्यक्ति था, परंतु उन्हें प्रमाण पत्र बनाने के लिए किसने सौंपा था ? और किसके द्वारा हटाया गया है ?

वही तहसील कार्यालय के बाबू के ऊपर बीरन सिंह द्वारा रिश्वत लेकर काम न करने का आरोप लगाया गया है। जिसकी काॅपी कलेक्टर आॅफिस जनदर्शन से प्राप्त हुई थी। अब देखना यह है कि, उस व्यक्ति के शिकायत पर कार्यवाही होगा या नहीं ? और नहीं होता है तो किसी नेता का इसमें दबाव समझा जायेगा।

लोगों में चर्चा है कि, बैकुण्ठपुर तहसील कार्यालय न्यायालय की जगह बाबूओं द्वारा वसूली करने का अड्डा बन चुका है। बताया जाता है कि, तहसीलदार से ज्यादा तो बाबू लगभग 20 वर्ष से तहसील में बैठे हुए है बाबूओं को तहसीलदार से ज्यादा अनुभव है। जानकार सूत्र बताते है कि, इनके द्वारा एस.डी.एम. के हस्ताक्षर को भी स्वयं बना लेते है। सोचने वाली बात है कि, ऐसे-ऐसे व्यक्ति न्यायालय को न्यायालय नहीं समझ रहे है।

लोगों में चर्चाऐं है कि, ऐसी तेज तर्रार, जनता की सेवा करने वाले एवं ईमानदार एस.डी.एम. के आने से तहसील न्यायालय में सुधार आयेगा या नहीं ?

 

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