बैकुण्ठपुर जिला-कोरिया में यातायात पुलिस द्वारा अवैध वसूूूूली जोरो-शोरो पर चल रही है। देखा जाये तो जिला छोटा होने के पश्चात भी यातायात पुलिस वालांे के द्वारा ऐसी कृत्य देखने को मिल रहा है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चार चक्का आर्टिका वाहन दिया गया है जिससे पुलिस यातायात वाले जन सेवा कर सके, परंतु इससे उल्टा ही कार्य किया जा रहा है वाहन का उपयोग जनता से पैसा वसूलने के लिए किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, डोमरिया, पटना, जमगहना, चरचा जनद्वारी से लेकर छोटी साल्ही तक वसूली किया जा रहा है। ये यातायात पुलिस वाले रसीद का नाम लेते है परंतु सब पैसा अपने पाॅकिट में डालते है। वही बड़ी गाड़ियांे से ज्यादा पैसा वसूला जाता है। यह समझ से परे है कि, बिना रसीद काटे पैसा लिया जा रहा है वह पैसा कहां जाता होगा ?
लोगों में चर्चा है कि, यातायात पुलिस वाले पैसा वसूलने के लिए हर तरीके अजमाते है। जैसे- हेलमेट के नाम पर, कागज के नाम पर, गाड़ी नंबर के नाम पर और रोड टेक्स के नाम पर भी पैसा वसूला जाता है। जिससे जनता को हर तरीके से त्रस्त हो चुकी है।
जानकारी के मुताबिक, प्रतिदिन लगभग दस-पंद्रह हजार रूपये यातायात पुलिस वालो द्वारा वसूली की जा रही है। क्योंकि पांच-सात लोग रहते है सभी का बंदरबांट होता है। अब देखना यह है कि, उच्च अधिकारी इस पर क्या संज्ञान लेगें ? ये सोचने वाली बात है कि, इसमें पुलिस विभाग की छवी बन रही है या बिगड़ रही है। पूर्व में इस संबंध को लेकर वशिष्ठ टाइम्स समाचार के माध्यम से लिखा जा चुका है परंतु उच्च अधिकारी इस विषय में कोई भी किसी प्रकार का टिप्पणी करने को तैयार नहीं।