बैकुण्ठपुर जिला मुख्यालय का इतना बूरा हाल है कि, नगर पालिका के द्वारा अपने चहेते लोगों को दो-दो नल कनेक्शन दिये गये है, यहां तक कि नये नल कनेक्शन का पैसा कुछ अपने लोगों से नहीं लिया गया है, यह किस आधार पर नहीं लिया गया। क्या यह रिश्तेदारी का मामला है ? नगर पालिका ने ठगी जैसा माहौल बना लिया है। जैसे- नल कनेक्शन देने के बावजूद भी नल में पानी न आना, झूठ बोलकर नया कनेक्शन के नाम पर ठगी करना। नल कनेक्शन शो-पीस बनकर रह गया है। इस संबंध में नगर पालिका के अध्यक्ष के पति को कई बार सूचना दी जा चुकी है। परंतु इन बातों को नजर अंदाज कर दिया गया है।
जानकार सूत्र बताते है कि, नगर पालिका के द्वारा बिजली के सामानों की उच्च दरो पर बिल बनवाये जा रहे है। यहां तक कि कुछ कर्मचारी ऐसे भी है जो कि नगर पालिका को अपने बाप की जागीर समझ कर रखे हुए है। क्योंकि नगर पालिका का सी.एम.ओ. अपने ऑफिस से नदारद रहते है। उनको मतलब ही नहीं है कि, बैकुण्ठपुर नगर पालिका के अन्दर क्या चल रहा है और क्या नहीं चल रहा है ? नगर पालिका सीमा के अन्दर अवैध रूप से बस स्टैण्ड व मेन रोड पर कब्जा किया जा रहा है। लोगों में चर्चा है कि, कमिशन लेना इनका मेन काम है। यहां तक कि नगर पालिका के कर्मचारी फुल-पत्ति बेचने वालों से अपने घर की शोभा बढ़ा रहे है। क्योंकि परिवार में एक पत्रकार हो तो लूटने का अच्छा साधन है। पूर्व में जिनकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी आज नगर पालिका के मथ्थे रोज ईद मना रहे है।
जानकार सूत्र बताते है कि, नगर पालिका परिषद में दूकान वालों से अवैध वसूली भी की जा रही हैं। यहां तक की सब्जी मंडी में जाकर लोगों कोे धमकाकर फ्री में सब्जी भी ले लेते है। नगर पालिका में कोई भी शिकायत या किसी प्रकार की खबर लेने वाले व सुनने वाले नहीं है। नगर पालिका में ऐसा कोई भी व्यक्ति अछूता नहीं बचा, जो पैसे लेने से डरता हो।
जानकार सूत्र बताते है कि, नगर पालिका के सीमा में जितने भी रोड और नालियां बनी है उनमें भी जमकर कमिशनखोरी चली है। सभी रोड की गिट्टियां निकल आयी है। जिससे बैकुण्ठपुर की जनता नगर पालिका से त्रस्त हो चुकी है। बैकुण्ठपुर प्रशासन व बैकुण्ठपुर कलेक्टर महोदय ऐसे भ्रष्टाचारी पर विशेष ध्यान दें।