जिला सूरजपुर में पूर्व से आर.टी.ओ. आॅफिस में बाबूओं के द्वारा कबाड़ वाहनों को पैसे के दम पर पार्सिंग किया जा रहा है। जो लोडिंग वाहन है उनको भी कबाड़ वाहन को गलत ढंग से पार्सिंग किया जा रहा है जो कि 15 टन, 20 टन के वजन ढोने लायक भी नहीं है। परंतु पैसे के दम पर ऐसे भी लोग है जो कि, पत्रकारता की बल पर व पैसे के बल पर अपने शक्ति का गलत उपयोग कर रहे है। वहां के वाहनों को धक्के मार-मारकर स्टार्ट किया जाता है। परंतु वहां के बाबूओं द्वारा उन वाहनों को भी अच्छी हालत में बताया जाता है। जानकार सूत्र बताते है कि, सूरजपुर आर.टी.ओ. आॅफिस में सोनी, झा और भी अन्य बाबूओं के द्वारा पैसे बटोरने में लगे हुए है। क्योंकि इनको कोई मतलब नही है कि, इनके द्वारा पार्सिंग की गयी वाहन दुर्घनाग्रस्त हो या न हो, इनको बस पैसे से मतलब है जो कि, पैसा लेकर कबाड़ वाहन को भी अच्छा वाहन बताकर पास किया जाता है। आज देखा जाये तो जितने भी बाबू है। पैसे के दम पर चमचमा रहे है। देखने वाली बात यह है कि, कुछ चाटोकार पत्थरकार जिनका रोजी-रोटी चल रहा है। लेकिन प्रशासन और सरकार ऐसी अनदेखी कब तक करता रहेगा। क्या सूरजपुर कलेक्टर इस पर ध्यान दे पायेंगे ? इन बाबूओं की विशेषताएं देखी जाये तो आय से ज्यादा सम्पत्ति अर्जित किये हुए है। यह जांच का विषय है।