छत्तीसगढ़ लोक सभा की 11 सीटे है जिनमें कांग्रेस और बीजेपी अपनी-अपनी गोटी बैठाने में लगे हुए है। पर कांग्रेस करे क्या ? उनको ईडी और आयकर विभाग से कांग्रेसी त्रस्त है क्योंकि कांग्रेस अपनी हार के कारण अपनी इच्छा व्यक्त नहीं कर पा रहे है। भाजपा में मोदी गारंटी के कारण लोक सभा में उम्मीदवारों की लिस्ट लम्बी बन गयी है। हर व्यक्ति लोक सभा चुनाव की दावेदारी पेश कर रहा है। कुछ सूत्र बताते है कि, कोरबा लोक सभा से ऐसे भी उम्मीदवार सामने आ रहे है जो कि अपने-अपने पोस्टर भी लगा रहे है जिनको राजनिति का ज्ञान नहीं है। वे लोग दावेदारी बड़ी-बड़ी पेश कर रहे है। जिनको झण्डा उठाने का आर.एस.एस. इस बात को मानती है कि, झण्डा और डंडा पकड़ने की अकल होनी चाहिए। पर यहां यह देखने को मिल रहा है कि, जिनकी उम्र राजनिति के लिए नहीं है पर मुख्यमंत्री और दिल्ली तक की दौड़ में लगे हुए है। कुछ लोगों का विचार है कि, राजनिति एक व्यापार है सेवा नहीं । जिसकी मिशाल पूर्व में 5 साल में कांग्रेसियों का हो रहा है बेहाल । उसको देखते हुए राजनिति को व्यापार समझकर दौड़ में लगे हुए है। अब देखना यह है कि, भाजपा के उम्मीदवार में किसको टिकट मिलती है उम्मीदवार को मोदी की गारंटी पर जीतने का सवाल है। और कांग्रेस अपने अच्छे अनुभव के आधार पर जीतने का आसार है पर कोरबा लोक सभा में एक ब्राह्मण एक ठाकुर एक आदिवासी को मिलने का आसार है।
लोकसभा चुनाव की सरगर्मिया तेज ?……..
छत्तीसगढ़ लोक सभा की 11 सीटे है जिनमें कांग्रेस और बीजेपी अपनी-अपनी गोटी बैठाने में लगे हुए है।