बैकुण्ठपुर में पदस्थ पटवारी बाल्मीक मिश्रा, फरीद खान और भी अन्य कई पटवारी ऐसे रहे है। जो कि, पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते है। पूर्व में पटवारी और आर.आई. के द्वारा हेरा-फेरी किया गया था उस समय दिनेश नदंन राजपाल थे उस समय आर.आई. और पटवारी को कांकेर, बस्तर की ओर स्थानांतरण किया गया था । जो कि, वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र में इनके विरूद्ध सच्चाई को प्रकाशित किया गया था, जिसमें फरीद खान हेरा-फेरी के चक्कर में जेल चले गये थे । जेल आने के बाद भी आर.आई बन गये थे। जितने भी पटवारी है वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र के संपादक से द्वेष मांगते है। पूर्व में संपादक के जमीन में वृक्ष लगे हुए थे जिसमें भगवान दास आर.आई., फरीद खान और बाल्मीक मिश्रा द्वारा जो जमीन विक्रय की गयी थी उसमें पैसे के दम पर वृक्ष नहीं दर्शाया गया था। क्योंकि क्रेता से लम्बी रकम ले लिया गया था । आज भी कोरिया कलेक्टर, एस.डी.एम, तहसीलदार और थाने में कई बार शिकायत किया गया पर नजर अंदाज किया जा रहा है। विवादित पटवारी बाल्मीक मिश्रा के द्वारा मेरी जो कि, 30-40 साल से मकान निर्माण बना हुआ है अनावेदक का 20-22-60 है। अनावेदक प्रभाकर डबरे और अन्य साथियों के द्वारा जिसमें अजय साहु जो कि निवासी भांड़ी के है और अन्य लोगों के द्वारा गुंडा गर्दी व दबाव के बल पर 20 के जगह पर 24 फुट मकान खड़ा कर लिया है। सरकार चोरों को संरक्षण दे रही है जैसे पूर्व में हेरा-फेरी के मामले में भगवान दास कुशवाहा और फरीद खान जेल गये थे और दोनों को सरकार ने प्रमोशन दे दिया । आज भी पैसा लेकर आय प्रमाण पत्र पटवारी द्वारा बनाये जाते है। सोशल मीडिया में पटवारी को पैसा लेते-देते दिखाया गया। कलेक्टर महोदय ने कार्यवाही क्यों नहीं किया ? इसी प्रकार राजस्व विभाग का एक और कारनामे का खुलासा हुआ है मिली जानकारी के अनुसार ग्राम जुनापारा का है जहां मामले में पीड़ित अनुराग तिवारी ने बताया की एक नेता को लाभ पहुंचाने के नियत से हल्का पटवारी बाल्मीक मिश्रा द्वारा पीड़ित अनुराग तिवारी के मां की जमीन पर विधि विरूद्ध तरीके से नक्शा निर्मित कर छल कपट करते हुए शासकीय दस्तावेज में ओवर रायटिंग कर 25/02/21 को पंचनामा बनाकर 15 दिन पूर्व ही 10/01/21 को तहसीलदार कार्यालय में प्रस्तुत करने का कारनामा किया है। क्योंकि आर.आई., पटवारी, तहसीलदार आवेदक को जानकारी न देकर पंचानामा कैसे बना दिया । जानकार सूत्र बताते है कि, पटवारी को लम्बी रकम मिलने का जानकारी प्राप्त हो रही है। जल्दबाजी में तहसीलदार द्वारा लिए प्रकरण में संलग्न कथनों में दिनांक अंकित नहीं है। तथा हल्का पटवारी को जारी ज्ञापन में क्रमांक दिनांक का कॉलम रिक्त है दूसरी ओर पीड़ित अनुराग तिवारी द्वारा जब उक्त आपराधिक षड़यंत्र और कूटरचित दस्तावेज के सत्यापित प्रति के साथ शिकायत 12/07/21 को ढ़ाई वर्ष पूर्व जिला कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक बैकुण्ठपुर से शिकायत की गई थी जिस पर विभाग द्वारा कोई कार्यवही नहीं की गई है। क्या आवेदकों के उपर शिकायत करने के पश्चात् भी दो ब्लॉक का जिला भी पीड़ित व्यक्तियों के शिकायत पर प्रशासन पर्दा डाले रहेगा ? तहसीलदार के नाक के नीचे जमीन की दलाली एवं हेरा-फेरी का खेल बड़ी जोरो से चल रहा है। एक कार्यरत प्यून है पर उसको अपने विभाग में नहीं देख सकते खाली जमीन दलाली में व्यस्त रहता है। ऐसा कौन सा बाबु है जो खाली जमीन का ग्राहक व जमीन कहां है उसी का दलाली करते रहता है। पटवारी का लड़का पैसा लगाता है एक अपने को ठेकेदार बताने वाला उसके नाम जमीने करायी जाती है जबकी तहसीलदार को सभी जानकारी दी गई है। पटवारी का जो मकान निर्माण जो कि 3 करोड़ लगभग में है किसके नाम है क्या विभाग से अनुमति लिया गया है और जहां का निवासी या जन्म भूमि है वहां भी उनके द्वारा आपार संपत्ति क्रय किया गया है। आय से ज्यादा संपत्ति कहां से आयी ?
बाल्मीक मिश्रा पटवारी के उपर कलेक्टर की कब तक कृपा रहेगी ?……..
बैकुण्ठपुर में पदस्थ पटवारी बाल्मीक मिश्रा, फरीद खान और भी अन्य कई पटवारी ऐसे रहे है। जो कि, पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते है।