बेमेतरा. जिले में वाक इन इंटरव्यू के माध्यम से स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में की जाने वाली संविदा भर्ती में जिला शिक्षाधिकारी की मनमानी सामने आई है. उन्होंने कलेक्टर के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए तय तारीख 23 फरवरी से एक दिन पहले ही 22 फरवरी को वाक इन इंटरव्यू का आयोजन किया. इसके चलते आज अधिकांश अभ्यर्थी मायूस होकर बैरंग लौटे.
बेमेतरा जिले में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय में वाक इन इंटरव्यू के माध्यम से जिले के विभिन्न आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों में संविदा भर्ती होनी थी. इसके लिए 7 फरवरी को कलेक्टर के हस्ताक्षर से आदेश जारी हुआ जो वेबसाइड पर अपलोड हुआ है. इसमें 23 फरवरी को अभ्यार्थियों को सुबह फॉर्म भरकर जमा करना था और उसके बाद वाक इन इंटरव्यू होना था. नियत तारीख पर 23 फरवरी की सुबह जब जिला पंचायत कार्यालय में अभ्यर्थी पहुंचे तो पता चला कि 23 फरवरी को वाक इन इंटरव्यू के माध्यम से होने वाली भर्ती एक दिन पहले यानी 22 फरवरी को ही कर ली गई है.
इंटरव्यू देने दूर-दूर के ग्रामीण अंचलों से आए अभ्यर्थी निराश होकर बैरंग लौटे. अभ्यर्थियों को पूछने पर पता चला कि जिला शिक्षाधिकारी ने 14 फरवरी को कलेक्टर के आदेश में परिवर्तन कर 23 की जगह एक दिन घटाकर 22 तारीख तय कर दी थी. वाक इन इंटरव्यू देने पहुचे अभ्यर्थी सुफल मिंज, प्रवीण लकड़ा, पवन, मानसी जैन, रोजलिन नन्द ने इस मनमानी व धांधली के खिलाफ कलेक्टर बेमेतरा के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
अभ्यर्थियों का कहना है कि नियमानुसार तारीख आगे तो बढाई जा सकती है, लेकिन पीछे घटाई नहीं जा सकती. इन अभ्यार्थियों ने इसमें धांधली का आरोप लगाते हुए इसे निरस्त कर नए सिरे से संविदा भर्ती प्रक्रिया की मांग की है.
बेमेतरा में जिस तरह संविदा नियुक्ति में तारीख घटाकर एक दिन पहले ही भर्ती कर ली गई उससे कई सवाल खड़े हो रहै हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री की मंशानुसार प्रदेश में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालयों के माध्यम से छत्तीसगढ़िया बच्चों को अंग्रेजी में फर्राटेदार बोलने वाला भी बनांना है, लेकिन नियुक्तियों में जिस तरह भर्राशाही हो रही उससे जब अच्छे योग्य शिक्षकों व्याख्याताओं की नियुक्ति ही नहीं होगी तो बच्चों का भविष्य कैसे उज्ज्वल बनेगा.