Home कोरिया सोनहत के पत्रकार द्वारा संपादक को धमकी…..

सोनहत के पत्रकार द्वारा संपादक को धमकी…..

109
0

बैकुण्ठपुर ब्लाॅक सोनहत के अथित कथित पत्रकार कहनें वालें रवि शर्मा जो कि वशिष्ठ टाइम्स समाचार पत्र में लगभग दस वर्षों से सरगुजा संभाग को समाचार व विज्ञापन के लिये चिफ ब्यूरों के पद पर नियुक्ति किया गया था। नई पिढी़ के पत्रकारों को अनुशासन रास नही खाती पर आजकल के पत्रकार को कोई भी अधिकारी पैसा दे दिया तो उसकी प्रशांसा छाप देते है व जो पैसा नही देता तो उसकी बुराइयों का बखान कर देते है। ऐसा ही एक वन विभाग का रेंजर है जिसकी खुबियां देखी जाये तो जंगल विभाग के कमियों से भरा पड़ा है। पर उसी व्यक्ति कि प्रशांसा सोशल मिडिया पर डाल दिया गया है। उसी सूचना के अधिकार में जानकारी मांगी गई तो उस बात को लेकर संपादक ने पत्रकार से पूछनें की अपेछा की तो रवि शर्मा द्वारा अभद्रता से बात किया गया जिसका समय 10: 49 में बात हुआ है। रवि शर्मा को इस बात का ध्यान नही गया कि पत्रकारिता में लानें वाला ये पहला व्यक्ति है।

प्रेस के एक गाईड लाईन में लिखा है कि एक व्यक्ति समाचार पत्र का एक ही आईडी रखनें का अधिकार है पर आज के समय को देखते हुये ऐसा हो गया है कि जैसे कपडे बदलतें है वैसे ही आईडी रोज चेंन्ज हो रहीं है। मिडिया के संचालको को सोचना चाहिये कि पूर्व से एक समाचार पत्र में जुडा हुआ है। तो दूसरें आईडी को नहीं देना चाहिये।शायद अनुशासन इनको पसंद नहीं था इसलियें कई समाचार पत्र कई वेबसाइडों में कार्य किया गया है। अब सभी समाचार पत्र के संचालको से अनुरोध है कि हम सबको अपनी मर्यादाओं के अन्तर्गत रहना अति आचश्यक है। एक संपादक का अपमान हो और दूसरा उसको सपोट करे। आज के समय में समाचार पत्र चाहे दिल्ली का हो या लखनऊ का हो या अन्य राज्य का हो तो भी एक संवाददाता का कार्ड एवं संवाददाता चाहें तो दो संभाग का भी चीफ ब्यूरों बन सकता है।

सोनहत ब्लाॅक में ऐसे पत्रकार हो चुके है कि जिसकी जानकारी दीपक जायसवाल ठेकेदार के द्वारा दिया गया है जो की घुघरा के निवासी है। नये पीढी के पत्रकार पैसे को लेकर उतावला हो रहे है। और अपनें को संगठन का पदाधिकारी व सदस्य बताते है। जब मौका आता है तो कोई संगठन साथ नहीं देता। एक समय ऐसा भी आया था जब ये पत्रकार एक केस में फसनें वाला था उस समय श्रीमान पुलिस अधिक्षक बीएस ध्रुव से संपादक ने बचाया था समय आनें पर याद दिला रहा हॅू। क्योंकि वशिष्ठ टाइम्स संपादक को गलत ढंग से किसी भी प्रकार से ठगा जाता है तो बर्दास्त नहीं होता है। इस संबंध में बैकुण्ठपुर कोरिया कलेक्टर से रूबरू संपादक ने आज की पत्रकारिता को लेकर चर्चा किया कि आज की पत्रकारिता व्यवसाय बन चुका है। आगे इस लेख पर कोई भी चर्चा किया गया तो संपूर्ण बाते लिखित में दिया जायेगा क्योकि मेरे यहां आज भी आपकी नियुक्ति पत्र है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here