रायपुर. बस्तर में भाजपा नेताओं की हत्या को लेकर छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने एनआईए को पत्र लिखा है. डीजीपी ने एनआईए के महानिदेशक से बस्तर में हुई तीन जनप्रतिनिधियों की हत्या की जांच की मांग की है. वहीं भाजपा नेताओं पर नक्सली हमले को लेकर बीजेपी आज जगदलपुर में आईजी आफिस का घेराव करने की बड़ी तैयारी की है. रायपुर से भी बीजेपी नेता बस्तर जा रहे हैं.
बस्तर में विगत सप्ताह तीन जनप्रतिनिधियों की हत्या हुई थी. केंद्रीय सुरक्षा बल और राज्य पुलिस के प्रयास से विगत वर्षों में नक्सली उन्मूलन में सफलता मिली है. माओवादियों का इलाका लगातार सिकुड़ने से नक्सली बौखलाहट में है. इसके चलते जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों को निशाना बना रहे.
बीते दिनों नक्सलियों ने भाजपा नेता उसूर के मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम को मौत के घाट उतार दिया था और पर्चा जारी कर मद्देड एरिया कमेटी ने हत्या करने की जिम्मेदारी ली थी. नीलकंठ कक्केम 15 सालों से उसूर के मंडल अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. नक्सलियों ने भाजपा जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की भी हत्या की थी और ओरछा मार्ग पर पर्चा जारी कर हत्या की जिम्मेदारी ली थी. इसके अलावा छोटे डोंगर सरपंच एवं अन्य एक व्यक्ति को जान से मारने की धमकी दी है.
हाल ही में छत्तीसगढ़ दौरे पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नारायणपुर पहुंचकर भाजपा जिला उपाध्यक्ष सागर साहू को श्रध्दांजलि दी थी. इस दौरान पूर्व सीएम और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहे. सभी शीर्ष नेताओं ने परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी थी. बीजेपी नेताओं की हत्या पर चिंता जताते हुए नड्डा ने लाल बाग मैदान में सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस सरकार में नक्सल घटनाएं बढ़ी हैं. भाजपा के शासन काल में विकास हुआ था. कांग्रेस का दूसरा नाम छलावा है. कांग्रेस का काम फूट डालो और राजनीति करो है.
बस्तर में लगातार भाजपा नेताओं की हत्या के बाद सियासत जारी है. नक्सली हमले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने प्रेस वार्ता कर कहा था, कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ को रक्त रंजित करने का षड्यंत्र कर रही है. पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा नेताओं पर नक्सलियों के हमले को साजिश बताया था. साथ ही उन्होंने सरकार से नक्सलियों द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या होने पर पीड़ित परिवारों को 1-1 करोड़ मुआवजा देने की मांग की थी.
सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा नेताओं की सुरक्षा को लेकर कहा था कि नक्सल क्षेत्र के किसी भी भाजपा नेता की सुरक्षा कम नहीं की गई है. पूर्व मंत्रियों को आज भी जेड प्लस सुरक्षा है. डॉ. रमन सिंह को तो मुझसे ज्यादा सुरक्षा है. मैं मुख्यमंत्री हूं, लेकिन मेरी सुरक्षा पूर्व मुख्यमंत्री से कम ही है. रमन सिंह के पास तो जेड प्लस और एनएसजी है.