बैकुण्ठपुर :- मुख्यालय के ग्राम पंचायत गिरजापुर में मिली जानकारी के अनुसार सोलह हजार से अधिक बारदानें छापामारी के दौरान जप्त किये गये है। लेकिन जानकार सूत्र बताते है कि अगर छानबीन और की जाये तो बारदानों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो सकती है। जानकार सूत्र बताते है। अगर फिर से छापामारी की जाये तो 7000-8000 बारदाने और भी मिल सकते है। बैकुण्ठपुर प्रशासन ऐसे कृत्य कलापो को कब तक पनाह देता रहेगा। कराड़ो रूपये का धान खरीदी केन्द्रो में घपला कबतक होता रहेगा। धान खरीदी केन्द्रों में जोकि राज्य शासन द्वारा 31 जनवरी तक समय दिया गया था। वो समय अवधि समाप्त हो चुकी है। बैकुण्ठपुर प्रशासन ऐसे लोगो को नजरअंदाज किये हुये है। छ0ग0 शासन राजस्व विभाग की लापरवाही सुनने में आ रही है। क्या धान खरीदी केन्द्रों को पैसे के बलबुते पर बचाया जा रहा। पटना में धान खरीदी केंन्द्रों पर प्रबंधक ही प्रबंधक को बचानें की कोशिश कर रही है। ऐसे में राज्य शासन को ऐसे अधिकारियों व ऐसे लोंगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही करानें का आदेश देना चाहिये। गिरजापुर धान खरीदी केन्द्रों में इससे पहले ही कायवाही करा दी गई होती तो आज इताना बड़ा घोटाना नहीं होता। आज भी सरभोका धान खरीदी केन्द्र तरगवां धान खरीदी केन्द्र ,पटना धान खरीदी केन्द्र व गिरजापुर धान खरीदी केन्द्रों में छानबीन की जाये तो करोड़ों रूपये का घोटाला देखनें को मिल सकता है।राज्य शासन को एसे धान खरीदी केन्द्रों पर कार्यवाही हेतु जांच की जानी चाहिए और ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कर्यवाही करानें का आदेश भी जारी कराना चाहिये।