दंतेवाड़ा :- सड़क नहीं तो वोट नहीं. जी हां ऐसे ही नारों के साथ दंतेवाड़ा जिले के गांव मोलसनार के ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर आगामी चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला कर लिया है. उनकी मांग है कि, गांव में जब तक सड़क नहीं बन जाती आगामी सभी चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर स्थित मोलसनार गांव के ग्रामीण विगत 14 वर्षों से सड़क की मांग करते आ रहे हैं. लेकिन गिट्टी बिछाने के 5 वर्षों बाद भी आज तक ग्रामीणों की सड़क नहीं बन पाई. जिसके चलते मोलसनार सहित उदेला गांव के लोगों को भी खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है. जिले के अति संवेदनशील नक्सली इलाकों में विकास का दावा करने वाली दंतेवाड़ा जिला प्रशासन शहरी इलाके से लगे गांव में महज 10 किलोमीटर सड़क नहीं बना पा रहा है.
वहीं खराब सड़क की वजह से आपातकाल में एम्बुलेंस चालक गांव तक एम्बुलेंस ले जाने में कतराते हैं. वाहनों की हालत जर्जर हो गई है. अनुविभागीय कार्यलय बचेली तक आना जाना मुश्किल हो गया है. बरसात के दिनों में स्थिति और भी बदतर हो जाती है. ठेकेदार द्वारा लगाए गए बोर्ड के अक्षर भी मिट चुके हैं. लगभग 6 करोड़ की लागत से बेहनार-मोलसनार से उदेला तक लगभग 9 किलोमीटर डामरीकृत सड़क 5 अक्टूबर 2018 से निर्माण शुरू किया गया था, जो अब तक नहीं बन सका.
मोलसनार गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने चौपाल लगाकर फैसला करते हुए कहा कि, अब सब्र का बांध टूट चुका है. कलेक्टर सहित विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगा चुके हैं पर ठेकेदार से काम करा पाने की हिम्मत किसी में नजर नहीं आती. जब तक सड़क बन नहीं जाती, तब तक हम चुनाव का बहिष्कार करेंगे. किसी भी पार्टी को वोट नहीं देंगे.