बैकुण्ठपुर मुख्यालय में प्राप्त जानकारी के अनुसार एक ऐसा व्यक्ति है।जिसकी अपनें पिता से भी तालमेल नहीं खाया था। जिसका जीता-जागता प्रमाण थानें में दर्ज है। पिता द्वारा कई बार शिकायत किया गया। पर पुलिस किसके दबाव में आकर उसके ऊपर मामला दर्ज नहीं किया। यहां तक की ये व्यक्ति बेरोजगार था। तो पूर्व में श्रीमान कलेक्टर विकास सिह से चापलुसी करके सेन्ट्रल बैंक से लोन दिलाया गया। उस लोन से उस व्यक्ति ने अपना कम्प्यूटर सिखाने का कार्य चालू किया उसमें भी कुछ लोगो के साथ हेरा-फेरी किया उसी दौरान एक व्यक्ति द्वारा उस व्यक्ति के सहयोग से सूचना के अधिकार में पार्टनरशिप में भी कार्य किया उसको काम करते करते एक ऐसे व्यापारी से मिला जो जमीन खरीदी व बिक्री एवं भवन निर्माण करके बेचने का कार्य करता था। उसको अपनी चिकनी-चुपड़ी बातो में फसाकर दैनिक समाचार पत्र को भी लाखों रूपये लगाकर समाचार पत्र का कार्य दिलवाया उसमें भी कामयाबी नहीं मिली। उसके बाद दूसरा पेपर पकड़ा जिसका नाम नई दुनिया है। उसमें भी उस व्यापारी से लाखों रूपया निकाला। इसी तहर पूर्वं कैबिनेट मंत्री से भी पैसा लिया जिसमें कैमरा कम्प्यूटर मोबाईल और नगद में लाखों रूपये लिया और फिर अपनी बहन की शादी के लिये भी उनसे पैसे लिये।
फिर भी उनकी आलोचना करने से नही रूका। वशिष्ठ टाईम समाचार पत्र में इस व्यक्ति की पूरी विशेषताए पूर्व से छपती चली आ रही है। इसी दौरान जिला पंचायत का उप-चुनाव में पूर्व मंत्री की पूत्र-वधु जिला पंचायत पद पर 12000 के लगभग वोटो से विजयी हुइ जिसमें गोड़वाना दूसरे व कांग्रेस तीसरे नंबर पर रही। जिला पंचायत सदस्यता की विजयी को लेकर भाजपा के द्वारा अपनी खुशी का भाजपा के साथियों के साथ जश्न मनाया गया। उस जश्न को पत्रकार द्वारा पूर्व कैबिनेट के भाषण को तोड़-मड़ोरकर एडिट किया गया ये बात पूर्व कैबिनेट के द्वारा बताया गया है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने मोबाइल पर बताया व थाने में दिया गया शिकायत की काॅपी भी संलग्न है। ये पत्रकार बड़ा धोखेबाज व शरारती दिमाक का है। इसके द्वारा एक बहुत बड़ा शरारती दिमाक लगाया गया। जिसको सुसाइटी एक्ट के अंतर्गत रजिस्टार को या तो गुमराह किया गया या उसको धोखा दिया गया। जिसको प्रेस काउंसिल आफ इण्डिया कोरिया के नाम से पंजिकृत कराया गया जिसकी पूर्व कलेक्टर द्वारा ऐसे संस्था के नाम की धंज्जियां उड़ाकर पूर्व कलेक्टर द्वारा शपथ समारोह कराया गया। जबकि कलेक्टर द्वारा ऐसे संरक्षण के ऊपर कार्यवाही के निर्देेेश दिये जाने चाहिये। ऐसे संगठनों के नाम पर मनोबल बड़ा हुआ है। इण्डिया न्यूज के चैनल को ऐसे ही लोग मिलते है। पूर्व में भी ऐसा ही व्यक्ति मिला था। जिसके ऊपर एक शिक्षक द्वारा अपराध दर्ज कराया गया था। पूर्व कैबिनेट मंत्री ने अपने साथियों द्वारा पत्रकार के ऊपर केस को पंजिकृत करनें के लिये लेटर पैड़ पर नाम सहित शिकायत किया है। पर पुलिस द्वारा मामलें को दर्ज क्यु नहीं किया गया है।