रायपुर :- जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल की चेतावनी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों से मुलाकात हुई है. उन्होंने अपनी मंशा जाहिर की है. मुख्य मंशा उनकी यही थी कि, उनका स्टाइपेंड कुछ बढ़ सके. मैंने जूनियर डॉक्टरों को बताया कि फाइल वित्त विभाग के पास भेजना होगा. मंत्री लेवल की बैठक में इस बात को रखने के साथ मुख्यमंत्री बघेल से मिलने की सलाह दी है. साथ ही मंत्री सिंहदेव ने कहा, इनको हड़ताल के लिए नहीं सोचना चाहिए. स्वास्थ्य विभाग अति आवश्यक सेवा में आती है.
मंत्री सिंहदेव ने बताया, जो राशि उनको मिल रही है इसके अतिरिक्त इन्सेंटिव राशि भी उनको मिल रही है. जिसको वो शायद अपने वेतन में नहीं जोड़ रहे हैं. मैंने प्रबंधन को बोला है इन्सेंटिव राशि कितना जा रही है ये निकाल के मुझे बता दें, ताकि मुख्यमंत्री से चर्चा हो तो हम ये बता सकें.
साथ ही यह भी कहा कि, उनकी राशि अतिरिक्त तो बढ़ायी गई है जो इंसेंटिव के तौर पर दिया जा रहा है. वो प्रदेश के टॉप मोस्ट स्टाइपेंड के आंकड़े दिखाते हैं और मांग करते हैं कि उसके बराबर हमको दिया जाए. DHS के MBBS डॉक्टर को 55-60 हजार रुपये मिल रहा है. ये बच्चे 95 हजार मांग कर रहे. अब इसी व्यवस्था में एक डॉक्टर को पंचानबे हज़ार कैसे दिया जा सकता है ? जब उसी सेम क्वालिफिकेशन के डॉक्टर को 55-60 हज़ार दिया जा रहा है. मांग जायज हो तभी सुनवाई संभव हो पाती है और मांग का निराकरण किया जाता है.
मंत्री सिंहदेव ने यह भी कहा कि, देखिए मैं कार्रवाई के पक्ष में नहीं हूं, कार्रवाई करना समस्या का समाधान नहीं है. समस्या का समाधान यही है कि अपनी समझदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाएं. जब यह बात आई है, मैंने बात ऊपर रखी है. कई ऐसे कारण होते हैं, जिसकी वजह से उनकी मांग पूरी नहीं हो पाती है. मांग पूरी करने की दिशा में ही हमने इंसेंटिव दिया है.