जिला बैकुण्ठपुर: मुख्यालय में कहनें को नगर पालिका है पर गली मोहल्ले की साफ-सफाई देखा जाये तो खाली पार्षदो के घर के सामने साफ-सफाई देखा जाता है। वशिष्ठ टाईम समाचार पत्र कार्यालय के सामनें गंदगी का अंबार देखनें को मिल रहा है। 12 नम्बर वार्ड से पार्षद व अध्यक्ष भी है जबकि अध्यक्ष से कई बार संपादक के द्वारा नगर पालिका के सी ओ तक को भी बोला गया पर नजर अंदाज किया गया है। कई बार सी ओ व अध्यक्ष को लिखित में मकान के पीछे की नाली के लिये भी लिखित दिया गया है जिस में 12 नम्बर में जो लाइन से बने हुये मकान है। सभी का निस्तार है। नगर पालिका को आम जनता की समस्याओं पर ध्यान रखना चाहिऐ पर सभी बिन्दुओ को लेकर काम करना चाहिये अपनी निधी का दुरूपयोग नहीं करना चाहिये। जहां किसी का भला ना हो उस निधी का दुरूपयोग किया जा रहा है। नगर पालिका के किस कर्मचारी के द्वारा जो नजदीक दुकान लगाते है उनसे पैसा वसूलनें का किसके द्वारा आदेश दिया गया है प्रमाण है कि कर्मचारियों के निवास में फूल-पत्तियों के पौाधे देखे जा सकते है। नगर पालिका में ऐसे-ऐसे कर्मचारी है जिनका कोई भी किसी भी प्रकार का काम नही है। खाली बैठे-बैठे मोबाईल चलाते रहते है बिना योग्यता के आधार पर नगर पालिका से पैसा ले रहे है। क्या मुख्य नगर पलिका अधिकारी किसी के दबाव में रखें हुये है ? अपनी वाहवाही लूट रहे है। शासन के पैसे का दुरूपयोग ना किया जाये। क्या सी ओ की मजबूरी है ? प्रशासन ऐसे लोगों पर कार्यवाही करे।