अंबिकापुर में दो दिन के प्रवास के दौरान अनुशासित व्यवस्था की संघ प्रमुख ने सराहना करते हुए स्वयं सेवकों का उत्साह बढ़ाया। सरसंघचालक उत्तर छत्तीसगढ़ के चार दिन के प्रवास पर थे।
अंबिकापुर। अंबिकापुर शहर में दो दिन के व्यस्त कार्यक्रम के बाद सरसंघचालक मोहन भागवत साधारण यात्री के रूप में गुरुवार की सुबह ट्रेन से जबलपुर के लिए रवाना हो गए। रेलवे स्टेशन परिसर में स्वयंसेवकों ने उन्हें आदरपूर्वक विदाई दी। अंबिकापुर में दो दिन के प्रवास के दौरान अनुशासित व्यवस्था की संघ प्रमुख ने सराहना करते हुए स्वयं सेवकों का उत्साह बढ़ाया। उनके साथ क्षेत्रीय पदाधिकारी भी ट्रेन से ही जबलपुर के लिए रवाना हुए
बताया गया कि अंबिकापुर जबलपुर ट्रेन में संघ प्रमुख का आरक्षण पहले ही करा लिया गया था। गुरुवार को संघ प्रमुख जल्दी उठ कर तैयार हो गए थे। तय समय पर वे सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय भगवानपुर से रवाना हुए और सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां स्वयंसेवकों का उत्तर छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों और निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सभी को शुभकामनाएं भी दी।
बताया गया कि अंबिकापुर जबलपुर ट्रेन में संघ प्रमुख का आरक्षण पहले ही करा लिया गया था। गुरुवार को संघ प्रमुख जल्दी उठ कर तैयार हो गए थे। तय समय पर वे सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय भगवानपुर से रवाना हुए और सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां स्वयंसेवकों का अभिवादन स्वीकार करते हुए निर्धारित कोच की सीट पर जाकर बैठ गए। उत्तर छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों और निर्धारित लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सभी को शुभकामनाएं भी दी।
सरसंघचालक उत्तर छत्तीसगढ़ के चार दिन के प्रवास पर थे। पहले उन्होंने जशपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया था। यहां जनजाति गौरव सम्मेलन को संबोधित करने के बाद मंगलवार की दोपहर वे अंबिकापुर पहुंच गए थे। मंगलवार को अंबिकापुर के पीजी कालेज मैदान में उन्होंने सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित किया था। संघ प्रमुख के आगमन पर अंबिकापुर में भव्य पथ संचलन हुआ था।संघ प्रमुख मोहन भागवत, सद्भाव और राष्ट्रीय संस्कृति का संदेश देने के बाद बुधवार पूरे दिन सरस्वती शिक्षा महाविद्यालय में बैठकों में व्यस्त रहें।क्षेत्र, प्रांत और विभाग स्तर के लगभग 60 पदाधिकारियों की अलग-अलग सत्रों में बैठक ली।
भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी भी अंबिकापुर शहर में ही मौजूद थे लेकिन किसी को भी संघ प्रमुख से मुलाकात का अवसर ही नहीं मिला। रात्रि विश्राम अंबिकापुर में करने के बाद सुबह संघ प्रमुख जबलपुर के लिए रवाना हो गए। बता दें कि अगले साल छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव पूर्व संघ प्रमुख मोहन भागवत का यह दौरा काफी अहम माना गया है।