कोरिया जिले से सात हाथियों का दल सूरजपुर जिले के प्रेमनगर इलाके में आ धमका है। हाथियों का यह दल हर साल धान की खेती होने के बाद यहां पहुंचता है। फिलहाल हाथी प्रेमनगर के कनकपुर गांव के पास चौरी पहाड़ में डटे हैं। बीती रात इस दल ने आसपास में लगी धान की खेती को नुकसान पहुंचाया है। गौरतलब है कि कोरिया जिले के इलाकों में नुकसान पहुंचाने वाला यह दल साल भर में एक बार सूरजपुर, सरगुजा और बलरामपुर जिले में पहुंचता है। खेती और कच्चे घरों को नुकसान करने के बाद यह वापस फिर कोरिया जिले में लौट जाता है। धान की खेती होने के बाद यह दल एक बार फिर प्रेमनगर इलाके में पहुंच गया है। हाथियों की मौजूदगी के बीच किसानों को खेतों में अपनी खड़ी फसल की चिंता सता रही है। इसके साथ ही जान माल का जोखिम भी बना हुआ है। हाथियों का दल आने के साथ ही गांव के युवा अब रातों को जागकर पहरा दे रहे हैं
पिछले साल इस दल ने ली थी सात लोगों की जान
कोरिया जिले से पहुंचे सात हाथियों के दल ने पिछले साल अपने प्रवास के दौरान प्रेमनगर विकास खंड के देवनगर में चार लोगों को कुचल कर मार डाला था। इसके अलावा इस दल ने भैयाथान के बढ़सरा इलाके में तीन लोगों की जान ली थी। इस दल के सदस्य काफी आक्रमक हैं। धान की खेती खाने के दौरान यदि कोई इन्हें बाधा पहुंचाता है तो बड़ी तेजी से आक्रमण करते हैं।
कोरिया जिले के बचरापोंडी से हाथी प्रेमनगर के कनकपुर के चौरी पहाड़ पहुंचे। कनकपुर गांव से लगे चौरी पहाड़ में हाथियों के आने की खबर के बाद वन अमला भी सक्रिय हो गया है। माना जा रहा है कि हाथी अभी कुछ दिन तक इसी इलाके में डटे रहेंगे इसके बाद इस दल के आगे बढ़कर उदयपुर वन परिक्षेत्र की ओर जाने की संभावना है। हाथियों का यह निश्चित मार्ग है जिसमें आगे बढ़कर वे लखनपुर और मैनपाट की ओर जाते हैं। एक और मार्ग है जिसमे हाथी आगे बढ़कर बलरामपुर जिले की ओर प्रवेश करते हैं। बहरहाल हाथियों के आने के बाद ग्रामीण अपनी फसल को लेकर परेशान है, क्योंकि हाथियों का निशाना धान की फसल और कच्चे मकान ही रहते हैं। वन विभाग द्वारा प्रभावित इलाकों में लोगों को अलर्ट कर हाथियों से दूर रहने की समझाइश दी जा रही है।