सूूरजपुर/बिश्रामपुर । प्रेमनगर थाना क्षेत्र के ग्राम अन्नपूर्णा में आठ नवंबर से लापता पांच वर्षीय बालक दिलराम की लाश बुधवार को गांव में ही झाड़ियों के बीच मिली। जमीन विवाद की रंजिश में बालक की गला दबाकर हत्या उसके चचेरे भाई घुर सिंह और उसकी पत्नी संतोषी सिंह ने मिलकर की थी। आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद बालक का शव बरामद हुआ। ग्राम अन्नपूर्णा निवासी बाबू सिंह ने मंगलवार को थाना प्रेमनगर में सूचना दी कि उसका पांच वर्षीय पुत्र दिलराम पड़ोस में रहने वाले एक लड़के के साथ बीते आठ नवम्बर की शाम को खेल रहा था जिसके बाद से घर नहीं आया। रिपोर्ट पर गुम इंसान कायम कर पुलिस ने मामला पंजीबद्घ कर इसे विवेचना में लिया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने एसडीओपी प्रेमनगर व थाना प्रभारी को बालक की खोजबीन एवं संदेही से पूछताछ करने के निर्देश दिए। एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना प्रेमनगर की पुलिस टीम को जांच के दौरान जानकारी मिली कि लापता होने के दिन प्रार्थी का चचेरा भाई घुर सिंह की पत्नी संतोषी सिंह ने बालक को पैसा देकर सामान लेने भेजा था। संदेही संतोषी एवं घुर सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उन्होंने बालक दिलसाय की हत्या करना स्वीकार किया। पूछताछ में दोनों संदेहियों ने बताया कि पैतृक जमीन का बंटवारा का मामला चल रहा था। वे गांव के शासकीय जमीन में तीन वर्षो से धान का फसल लगाते थे। इस वर्ष लगाई गई धान फसल को गांव के एक व्यक्ति काटकर ले गया जिसका सहयोग मृतक का पिता बाबू सिंह ने किया था। इस बात से दंपती काफी नाराज थे। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रेमनगर विपिन लकड़ा, एसआई निर्मल सिंह, एएसआई हरिराम टंडन, आरक्षक बेचू सोलंकी, चन्द्रकांत बिजनेर, भुनेश्वर सिंह, राकेश सिंह, विक्रम सिंह व राधेश्याम सक्रिय रहे।
बताया गया कि आठ नवंबर को दिलराम घर के पास खेल रहा था। उसकी हत्या करने की योजना के तहत पैसा देकर किराना सामान लेने भेजा। वापस आने पर पुनः पैसा देकर मिठाई लेने भेजा गया। मिठाई लेकर आने पर उसे अगवा कर घर के अंदर ले जाकर जबरन मिठाई खिलाई और दोनों ने मिलकर बालक की गला दबाकर हत्या कर दी। देर रात्रि को मृतक बालक दिलराम के शव को दोनों मिलकर मृतक के पिता के खेत से लगी झाड़ियों के अंदर ले जाकर छुपा दिया।
बालक दिलराम का पिता दूसरे दिन जब अपने लड़के को खोजने आया तो दंपती उसके साथ खोजने का नाटक करते रहे। 10 नवंबर को आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना स्थल से बालक का चप्पल एवं खेत के पास की झाड़ियों के पास से बालक के शव को बरामद कर मामले में धारा 302, 201, 120 बी, 34 जोड़ते हुए आरोपी घुर सिंह उम्र 28 वर्ष एवं उसकी पत्नी संतोषी सिंह उम्र 19 वर्ष को गिरफ्तार किया गया।बालक दिलराम का पिता दूसरे दिन जब अपने लड़के को खोजने आया तो दंपती उसके साथ खोजने का नाटक करते रहे। 10 नवंबर को आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने घटना स्थल से बालक का चप्पल एवं खेत के पास की झाड़ियों के पास से बालक के शव को बरामद कर मामले में धारा 302, 201, 120 बी, 34 जोड़ते हुए आरोपी घुर सिंह उम्र 28 वर्ष एवं उसकी पत्नी संतोषी सिंह उम्र 19 वर्ष को गिरफ्तार किया गया।