अंबिकापुर। वरिष्ठ अधिवक्ता पीआर कश्यप के नेतृत्व में अधिवक्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को कोतवाली थाने पहुंच थाना प्रभारी से मुलाकात की। शंकरगढ़ थाने में नौकरी के नाम पर ठगी के मामले में दर्ज आपराधिक प्रकरण को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता पीआर कश्यप से अवैध उगाही के लिए धमकी दिए जाने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई किए जाने की मांग की गई। दरअसल शंकरगढ़ थाने में पिछले दिनों एक अपराध पंजीबद्ध किया गया है जिसमें स्कूल में पदस्थ महिला कार्यालय सहायक सहित दो लोगों को नामजद किया गया है। इन दोनों पर आरोप है कि उन्होंने नौकरी का झांसा देकर बेरोजगारों से लगभग 30 लाख रुपये की ठगी की है। महिला कार्यालय सहायक को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया था। पुलिस के पास जो लिखित शिकायत प्रस्तुत किया गया था उसमें अंबिकापुर के जिस घर में रुपये लेने का आरोप है उस घर में पीआर कश्यप लिखा बोर्ड होने का उल्लेख है। जबकि पीआर कश्यप ने मकान का वह हिस्सा किराए पर देकर रखा है जिसमें भारतीय जीवन बीमा निगम से जुड़े कामकाज का दफ्तर संचालित होता है। पुलिस से की गई शिकायत को आधार बनाकर अंबिकापुर के कुछ लोगों द्वारा गिरोह बनाकर वरिष्ठ अधिवक्ता को जेल भिजवाने की धमकी देकर रकम की मांग किए जाने की शिकायत कोतवाली पुलिस से की गई है। वरिष्ठ अधिवक्ता पीआर कश्यप ने पूरे प्रकरण की विस्तार से जानकारी पुलिस को दी है। उनके समर्थन में बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं का समूह भी कोतवाली में पहुंचा था। अधिवक्ताओं का कहना है कि पीआर कश्यप की छवि साफ-सुथरी है। उन्हें अकारण परेशान करने साजिश रची जा रही है। इसमें संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
✍ नौकरी के नाम पर ठगी के मामले में दर्ज आपराधिक प्रकरण………
अधिवक्ता पीआर कश्यप से अवैध उगाही के लिए धमकी दिए जाने वालों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई किए जाने की मांग