बिलासपुर। यात्रियों की सुविधा और मांग को देखते हुए बिलासपुर रेल मंडल से छूटने वाली चार ट्रेन बिलासपुर-चिरमिरी, बिलासपुर-टिटलागढ़, बिलासपुर -नागपुर इंटरसिटी व बिलासपुर-नागपुर शिवनाथ एक्सप्रेस का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। हालांकि बोर्ड से हरी झंडी नहीं मिली है। पर बहुत उम्मीद जताई जा रही है।
कोरोना के कारण सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। अब धीरे- धीरे स्पेशल बनाकर ट्रेनों को पटरी पर लाई जा रही है। हालांकि जिनका परिचालन शुरू हो गया है उससे यात्रियों को राहत मिली है , लेकिन कई ऐसी ट्रेनें है। जिसकी आवश्यकता यात्रियों को है। खासकर पैसेंजर ट्रेन शुरू होने के लिए यात्री एक- एक दिन इंतजार कर रहे हैं।
यह इंतजार वह कर रहे हैं जो सरकारी कर्मचारी है या फिर किसी संस्था या कंपनी में काम करते हैं। अभी जितनी भी ट्रेनें चल रहीं है वह कुछ प्रमुख स्टेशनों में नहीं रूकती। इसके अलावा स्पेशल होने के कारण किराया भी अधिक है। जिन ट्रेनों के परिचालन की सबसे ज्यादा मांग हो रही है उनमें बिलासपुर- चिरमिरी, बिलासपुर- टिटलागढ़ पैसेंजर, इंटरसिटी व शिवनाथ एक्सप्रेस शामिल है। सभी ट्रेनें बिलासपुर रेल मंडल की है। इसलिए मंडल ने प्रस्ताव बनाकर पहले जोन को भेजा और जोन कार्यालय से बोर्ड को भेजा गया है। प्रस्ताव में इस बात का भी उल्लेख है कि इन ट्रेनों के परिचालन की लगातार मांग हो रही है। इससे यात्रियों को राहत भी मिलेगी। पिछले दिनों भेजे गए इस प्रस्ताव पर जल्द मुहर लगने की संभावना भी है।
चार ट्रेनों के अलावा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के रैक से बिलासपुर से गेवरारोड तक पैसेंजर ट्रेन चलाने की अनुमति मांगी गई है। इस ट्रेन के सभी कोच गेवरारोड तक बंद होकर जाते हैं। यदि इसे पैसेंजर बनाकर चलाई जाती है तो इससे यात्रियों को राहत मिलेगी।