देश में कोरोना वायरस की एक और लहर देखने को मिल रही है। इसके बाद राज्य सरकारें हरकत में आ गई हैं। इस बार लॉकडाउन के बजाए नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) और धारा 144 लागू करने की रणनीति अपनाई जा रही है। इस संबंद में गुजरात और मध्य प्रदेश की सरकारों ने बड़े फैसले लिए हैं। मध्य प्रदेश के पांच शहरों, इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, विदिशा और रतलाम में 21 नवंबर से अनिश्चित काल के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। इसी तरह गुजरात के सूरत, वडोदरा और राजकोट में भी नाइट कर्फ्यू है। अहमदाबाद में तो 23 नवंबर तक के लिए लॉकडाउन है ही। इस तरह देश के इन 9 शहरों में रात 9 बजे से सुबह छह बजे तक आम नागरिकों के घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी है। इस दौरान अत्यावश्यक चीजों और सेवाओं से जुड़े लोगों को छूट है।
इस बीच, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने धारा 144 की रणनीति अपनाई है। शुक्वरात शाम किए गए ऐलान में प्रदेश के सभी शहरों में यह नियम लागू होने की बात कही गई। सरकार मानना है कि त्योहारों से समय में शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया गया, यही कारण है कि नए सिरे से केस सामने आने लगे हैं। धारा 144 लगने से भीड़ नहीं लग सकेगी और इस तरह संक्रमण पर काबू पाया जा सकेगा।
गुजरात में ये चार शहर करोना से सबसे अधिक प्रभावित हैं। अहमदाबाद शहर में शुक्रवार को कोरोना वायरस के 305 मामले सामने आए। इसके बाद सूरत शहर में 205 नए मामले, वडोदरा में 116 और राजकोट शहर में 83 मामले सामने आए। राज्य में शुक्रवार को कुल 1,420 नए मामले सामने आए। गुरुवार को गुजरात में 1,340 मामले आए थे। इस तरह यह संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है।