जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद यह दूसरा स्वतंत्रता दिवस रहा। इस बार श्रीनगर में वो नजारा दिखा तो 74 साल में कभी नहीं देखा गया। यहां पहली बार प्रशासन ने चौराहों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन्स लगाकर प्रधानमंत्री का भाषण का सीधा प्रसारण दिखाया। जम्मू-कश्मीर प्रसासन ने यहां के टीआरसी क्रॉसिंग, जहांगिर चौक और अन्य हिस्सों में यह स्क्रीन्स लगाईं, जिन पर लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण सुना। बता दें, पिछले साल 5 अगस्त को मोदी सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर को आर्टिकल 370 से मुक्त कर दिया था।
इस बीच, केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर प्रदेश में शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 74वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया गया। कोरोना महामारी की पाबंदियों के कारण सड़कों और समारोह स्थलों पर भीड़ बेशक कम रही, लेकिन चौराहों पर जगह-जगह लगे राष्ट्र ध्वज अलगाववाद और आतंकवाद से आजादी के जोश को बयान कर रहे थे।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में राष्ट्र ध्वज फहराया। परेड की सलामी ली। रंगांरग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ संपन्न हुए समारोह में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल ने स्वतंत्रता संग्राम में अपना बलिदान देने वाले सेनानियों को याद करते हुए उनके प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आज का दिन हमें देश की एकता, अखंडता और स्वतंत्रता को बनाए रखने व गरीबी, अशिक्षा, महामारी और बुराइयों से मुक्त एक सशक्त समाज की स्थापना के लिए प्रेरित करता है।
उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए पांंच सूत्रों का जिक्र करने के साथ ही युवा शक्ति काे भी जम्मू-कश्मीर को एक समृद्ध, खुशहाल और सुरक्षित प्रदेश बनाने में सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में संवैधानिक बदलाव के बाद जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में 50 बड़े फैसले लिए गए हैं। जम्मू-कश्मीर में सुशासन, जमीनी स्तर पर लोकतंत्र का सशक्तिकरण, जनकल्याण, द्रुत विकास और रोजगार सृजन मेरी प्राथमिकताओं में शामिल है। मेरा विश्वास है कि जम्मू और कश्मीर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के हमारे सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।