बिलासपुर। स्नातक-स्नातकोत्तर व डिप्लोमा विषय की पढ़ाई करने वाले संभाग के सवा लाख परीक्षार्थी इन दिनों काफी चिंतित हैं। लॉकडाउन के चलते अभी तक परीक्षा संपन्न नहीं हो सकी है। यूजीसी व शासन के आदेश के बाद भी अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि उनकी परीक्षा किस पद्धति से होगी। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग शुक्रवार को संभाग के प्राचार्यों की ई-बैठक आयोजित करने जा रहा है। जिसके बाद स्थिति स्पष्ट होने की संभावना है।
दोपहर 12 बजे प्राचार्य ऑनलाइन अपनी समस्या बताने के साथ सुझाव देंगे। जिसके बाद पता चलेगा कि परीक्षा कैसे होगी। फिलहाल सभी युवा इसका बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। अधिकारी खुद मानते हैं कि ऑनलाइन परीक्षा कराना बड़ी चुनौती है। परीक्षा विभाग के मुताबिक संभाग में 187 कॉलेज है। सत्र 2019-20 की परीक्षा के लिए 105 कॉलेजों को केंद्र बनाया गया था।
एक लाख 74 हजार 533 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। मार्च में परीक्षा आयोजित होने के साथ ही देशभर में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया। परीक्षा बीच में रोकनी पड़ी। केंद्र व राज्य सरकार ने यूजी के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष नियमित छात्रों को प्रोन्नत करने का निर्णय लिया। संभाग के 52 हजार 643 परीक्षार्थी सीधे प्रोन्नत हुए। जबकि सवा लाख के करीब परीक्षार्थी अटक गए। चार माह बाद यूजीसी ने यूजी-पीजी अंतिम वर्ष की परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने का आदेश दिया। राज्य सरकार ने इसका पालन करते हुए अटल विवि को ई-मेल के जरिए परीक्षा लेने कहा। किंतु अभी तक परीक्षार्थी इस इंतजार में हैं कि उनकी परीक्षा कैसे होगी। ग्रामीण अंचल में इंटरनेट की समस्या है। लापरवाही का आलम यह है कि कॉलेजों के पास खुद का ई-मेल आइडी तक नहीं है।