छत्तीसगढ़ के कोरबा से भी ऐसी ही खबर है। बारिश के मौसम में पानी बिलों में घुस रहा, जिससे सांप-बिच्छू निकलकर बाहर घूम रहे। इस सीजन बड़ी संख्या में विभिन्न प्रजाति के सर्प पकड़े जा चुके हैं। इसी क्रम में रजगामार मार्ग में संचालित एक स्कूल के पीछे घूमते करीब छह फीट लंबे अजगर को पकड़ा गया। इसके बाद सर्पमित्रों की टीम ने अजगर को आबादी से दूर सुरक्षित विचरण करने जंगल में छोड़ दिया।
एक दिन पहले ही इसी क्षेत्र से तालाब में बतख का शिकार करते एक अजगर को पकड़ा गया था। उसके नजदीक ही एक और अजगर घूमते दिखाई देने पर रैप्टाइल केयर एंड रेस्क्यूअर सोसाइटी (आरसीआरएस) नामक संस्था संचालित कर रहे सर्पमित्र अविनाश यादव को फोन कर जानकारी दी और रेस्क्यू करने बुलाया गया। स्कूल प्रबंधन ने भवन के पीछे ही परिसर में कुल छह बतख पाल रखे थे। धीरे-धीरे कर बतख गायब होने लगे और उनका कहीं पता नहीं चल रहा था। यह अजगर सेंट जेवियर्स पब्लिक स्कूल के पिछले हिस्से में देखा गया। अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे अविनाश की टीम ने अजगर को ढूंढ़ निकाला, जिसके बाद उसे पकड़ने ऑपरेशन शुरू किया गया।