रवि शर्मा सोनहत….
कोरिया जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सोनहत विकासखंड अंतर्गत ग्राम रजौली के गरीब आदिवासी हरिपाल परिवार विगत 10 वर्षों से अपना घर बनाकर वन भूमि में निवासरत परिवार को बगैर सूचना के सदस्यों की अनुपस्थिति में घर को दल बल के साथ पहुंचकर बारिश के दिनों में ढहाया गया गरीब परिवार ने बताया कि रेंजर के कर्मचारी कलर सिंह द्वारा ₹20000 की मांग की गई थी यदि नहीं दोगे तो तुम्हारा घर उजाड़ देंगे और जहां जाना हो वहां चले जाओ हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता मैं गरीब आदिवासी परिवार बनी मजदूरी कर कर अपने बाल बच्चों का पालन पोषण किसी तरीके से कर रहा हूं इस विषम परिस्थिति में भरी बरसात में मेरा घर सोनहत के रेंजर मिश्रा जी के द्वारा आकर गिरा दिया गया विदित हो कि उक्त रेंजर विवादित कार्यशैली के लिए विख्यात रहे हैं अपनी हिटलर शाही फरमान के जरिए आए दिनों ग्रामीणों को परेशान करना और निर्माण कार्य में हरे वृक्षों की बलि देकर तालाब खुदवाने की इनकी पुरानी परंपरा रही है इनके उक्त जंगलराज से प्रताड़ित होकर आदिवासी परिवार कोई यदि उचित न्याय नहीं मिलता है तो आने वाले निकट भविष्य में उग्र आंदोलन की भी बात समुदाय के लोगों के द्वारा कही गई राष्ट्रीय मानव आयोग के छत्तीसगढ़ संगठन मंत्री ने कहा है कि आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे इसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई कराने की मांग माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ को पत्र के माध्यम से अवगत कर इनके संपूर्ण कार्यकाल की जांच की मांग की जाएगी