बिलासपुर। अपोलो हॉस्पिटल में प्लास्टिक सर्जरी के बाद 23 साल की युवती की मौत के मामले में बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की दो सदस्यीय टीम ने उपचार से संबंधित तमाम दस्तावेज की मांग की है। टीम डॉक्टरों व परिजन का ब्यान ले चुकी है। दस्तावेज के अवलोकन के बाद जिला प्रशासन को जांच रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
टिकरापारा निवासी विजय सिंह की 23 वर्षीय बेटी निशा सिंह की अपोलो हॉस्पिटल में उपचार के बाद मौत हो गई थी। परिजन का आरोप है कि उपचार में लापरवाही से उसकी मौत हो गई है। मामले में जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को जांच की जिम्मेदारी दी है।
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की जांच टीम के डॉ. एसके लाल और डॉ. मनोज सेमुअल ने अपोलो प्रबंधन से संपर्क कर उपचार से संबंधित तमाम दस्तावेज मांगे हैं। इसका बारीकी से अवलोकन किया जाएगा। इसके बाद इस मामले की रिपोर्ट बनाई जाएगी। उसे सीएमएचओ डॉ. प्रमोद महाजन के माध्यम से जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा। वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह ने भी भरोसा दिलाया है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।
मामले में अपोलो हॉस्पिटल के सीईओ डॉ. सजन सेन के निर्देश पर सात सदस्य विभागीय टीम जांच कर रही है। इसमें चार डॉक्टर व अन्य तीन अधिकारियों को सहयोगी बनाया गया है। इनकी जांच एक सप्ताह से चल रही है, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।
टिकरापारा निवासी निशा सिंह 24 जून की सुबह मार्निंग वाक पर निकली थी। इसी दौरान किसी वाहन ने उसे चपेट में ले लिया। घायल होने पर युवती को अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। पहले उसके हाथ का आपरेशन किया गया। इसके बाद बताया गया कि हाथ की प्लास्टिक सर्जरी करनी होगी। प्लास्टिक सर्जरी के बाद खून का बहाव नहीं रुका और मंगलवार की रात उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन ने इलाज में लापरवाही की शिकायत दर्ज कराई है।