रायपुर। छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने पुलिस कप्तानों को अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कप्तानों से चर्चा के दौरान अवस्थी ने कप्तानों को आगाह किया कि कानपुर जैसी घटना छत्तीसगढ़ में नहीं होनी चाहिए।
डीजीपी अवस्थी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया कि गुंडों, बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सभी जिलों में गुंडों, बदमाशों की नई लिस्ट बनाकर उनके विरूद्घ सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने पुलिस को प्रोफेशनल होकर काम करने की जरूरत बताते हुए सभी एसपी को थानों का औचक निरीक्षण करने और थानों के सामने बैरियर लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि अपराधियों को रोकने में बैरियर सहायक साबित होते हैं। अपराधी अपराध करके भागते हैं तो आसानी से पकड़ा जा सकता है। बैठक में एडीजी अशोक जुनेजा, एडीजी हिमांशु गुप्ता, डीआइजी सीआइडी सुशील द्विवेदी, एचआर मनहर, एआइजी राजेश अग्रवाल भी मौजूद थे। डीजीपी ने लूट के आरोपितों को पकड़ने के लिए रायगढ़ पुलिस की पीठ थपथपाई है।
डीजीपी अवस्थी ने सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल चिटफंड और अवैध शराब के प्रकरणों पर शीघ्रता से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। कहा कि चिटफंड प्रकरणों के संचालकों पर सख्त कार्रवाई करते हुए जेल भेंजे और उनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई करें। साथ ही न्यायालय के माध्यम से एजेंटों से प्रकरण वापस लें।
डीजीपी ने नक्सल प्रभावित जिलों में आदिवासियों से सामान्य किस्म के प्रकरण वापसी पर शीघ्रता से कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों के विरूद्घ, जो शिकायतें हैं उनकी एक माह के अंदर जांच कर कार्रवाई करें। सभी एसपी को सर्विस प्रकरण गंभीरता से निपटाने और अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों में बेवजह देरी न करने के निर्देश दिए गए। कमांडेंट को निर्देशित किया गया कि स्पंदन कार्यक्रम के तहत जवानों से लगातार संवाद स्थापित करते रहें। उनकी आवास से संबंधित समस्याओं का तत्काल निराकरण करें।