Home छत्तीसगढ़  जशपुरनगर : जिले में धान का उठाव तीव्र गति हो रहा, ...

 जशपुरनगर : जिले में धान का उठाव तीव्र गति हो रहा, अब तक 10 हजार 876 किसानों ने बेचा अपना धान, किसानों को 1 अरब 39 करोड़ 92 लाख से अधिक का किया गया है भुगतान……………

10
0

 जशपुरनगर :  मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देशन में जिले में धान खरीदी सुचारू रूप से  हो रही है ।

जिले में अब तक  70109.72 मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी

धान खरीदी के एवज में  10876 किसानों को 1,39,92,76,760 रूपए (एक अरब उन्चालीस  करोड़ बांनबे लाख छिहत्तर  हजार सात सौ साठ रूपए )  का विपणन संघ मुख्यालय द्वारा अपैक्स बैंक को किया गया है भुगतान 46 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से हो रही है,  तीव्र गति से धान उठाव प्रारम्भ किया गया है।  डीवो जारी किया  524400.00 क्विंटल धान उठाव 46940.00 क्विंटल किया गया है।
विपणन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में सुव्यवस्थित रूप से धान की खरीदी की सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक जारी रहेगा। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 51180 किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 6301 नए किसान शामिल है। इस वर्ष 46 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 3,36,458.00 मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है। अधिकारियों ने बताया कि 17 दिसम्बर  तक 10876 किसानों से 70109.72  मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए आज दिनांक तक कुल  74809.96 मीट्रिक टन टोकन जारी किए गए थे। आगामी 2 दिवस  की  खरीदी के लिए कुल 2806 किसानों हेतु  19363.56 मीट्रिक टन का टोकन जारी किया गया  हैं। जिले में 47 मिलरों का अनुबंध किया जाकर अब तक 524400.00 क्विंटल का डीवो जारी किया जा चुका है जिसमे से 46940.00 क्विंटल का धान भी उठाव किया जा चुका है।

कार्बन क्रेडिट, फिनटेक, सतत कृषि भूमि,वन प्रबंधन में हितधारकों की सहभागिता पर कार्यशाला का हो रहा आयोजन
आईआईटी  रुड़की के विशेषज्ञों ने कार्बन क्रेडिट, पर्यावरण संरक्षण, भारतीय ज्ञान प्रणाली के महत्व को किया उजागर
भारतीय ज्ञान परम्परा समृद्ध, इसे संरक्षित करने की जरूरतरू कलेक्टर श्री रोहित व्यास
 

जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशन में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के आर्किटेक्चर और प्लानिंग विभाग द्वारा 13-22 दिसंबर तक ष्विजन टू एक्शन रू कार्बन क्रेडिट, फिनटेक और सतत कृषि भूमि और वन प्रबंधन में हितधारकों की सहभागिताष् विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।  यह कार्यशाला “छत्तीसगढ़ में व्यापक जनजातीय विकास के लिए स्वदेशी और स्थानीय ज्ञान प्रणालियों और फिनटेक समाधानों का अनुकूलन” नामक परियोजना के अंतर्गत आयोजित की जा रही है। कलेक्टरेट के मंत्रणा कक्ष में मंगलवार को हुई कार्यशाला में जिले के विभिन्न विभागों के साथ चर्चा कर पर्यावरण हित के लिए  कार्बन क्रेडिट के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यशाला में आईएफएस श्री निखिल अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

आयोजित कार्यशाला में  कलेक्टर श्री रोहित व्यास ने हॉल में इस विषय पर लगाई प्रदर्शनी का अवलोकन किया । उन्होंने   अपने संबोधन में क्षेत्र और जनजातीय समुदाय के समृद्ध ज्ञान की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान परम्परा काफी समृद्ध है। धीरे धीरे यह विलुप्त होता जा रहा है। उन्होंने  भारतीय ज्ञान प्रणाली को आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी  रुड़की के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने  कहा कि जनजातीय समुदाय प्रकृति की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और उनके ज्ञान में गहराई है। उन्होंने कहा कि इस शोध से जिला प्रशासन को लाभ मिलेगा। कलेक्टर ने आईआईटी रुड़की की टीम तथा परियोजना को हर संभव सहयोग देने की बात कही।
कार्यशाला में विषय विशेषज्ञों द्वारा कार्बन क्रेडिट की  अवधारणा और प्रक्रियाओं के बारे में बताया गया कि कैसे जशपुर जिला हरित अवसंरचना का निर्माण कर सकता है और किसान वैश्विक व राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के माध्यम से अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। इसके साथ ही राज्य के लिए सामूहिक रूप से कार्बन क्रेडिट उत्पन्न करने की संभावना पर चर्चा की और बताया कि ग्राम पंचायत स्तर पर किसान संगठित होकर कार्बन क्रेडिट के लिए योजनाएँ बना सकते हैं तथा बाज़ार से जुड़ सकते हैं। इस परियोजना को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के माध्यम से आईआईटी भिलाई इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी फाउंडेशन द्वारा वित्त पोषित किया गया है।
इस आयोजन के तहत आईआईटी रुड़की की टीम 18 दिसंबर को जशपुर जिले के विभिन्न गांवों के किसानों के साथ मुलाकात कर कार्बन क्रेडिट के महत्व के बारे में बताएगी। 19 दिसंबर को कार्यशाला की टीम किसानों को कुसुमताल ग्राम पंचायत, कांसाबेल ब्लॉक स्थित कार्बन ग्राउंड्स डेमोंस्ट्रेशन साइट पर ले जाएगी।
यह कार्यशाला इस श्रृंखला की दूसरी कार्यशाला है।  इस  सेंटर ऑफ इंडियन नॉलेज सिस्टम्स, आईआईटी रुड़की के प्रमुख प्रोफेसर अनिल गौरीशेट्टी, परियोजना के प्रमुख अन्वेषक डॉ. हर्षित सुसान लकड़ा, कार्यशाला में विषय विशेषज्ञ के रूप में प्रोफेसर आशु खन्ना प्रोफेसर सुदीप रॉय, विशेषज्ञ कुलरंजन कुजूर और अजय कटुरी ने भाग लिया।
विशेषज्ञों ने जानकारी दी कि  आईआईटी   रुड़की रिड्स और अपहोल्ड अर्थ के साथ मिलकर प्रदर्शन परियोजनाएँ प्रदान करेगा तथा डिस्ट्रिक्ट प्रोजेक्ट लाइवलीहुड कॉलेज के माध्यम से किसानों और ग्राम पंचायतों के लिए क्षमता निर्माण मॉड्यूल भी उपलब्ध कराएगा। परियोजना के अंतर्गत वेब-आधारित, ऐप-आधारित, जीआईएस और आरएस आधारित सूचना प्रणाली का विकास किया जा रहा है, जिसका उपयोग जानकारी के प्रबंधन और प्रसार के लिए किया जाएगा।

माध्यमिक शाला टिकैतगंज से हुआ बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ
110 बच्चों का नेत्र परीक्षण कर 03 बच्चों को वितरण की गई निःशुल्क चश्मा व दवाई  
जिले में 21 दिसंबर 2024 तक बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह का किया जाएगा आयोजन
 

जशपुरनगर :  मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सुशासन में राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत् बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह का आयोजन 16 से 21 दिसंबर 2024 तक किया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर श्री रोहित व्यास के मार्गदर्शन  जिले के सभी विकासखण्डों में कार्यरत नेत्र सहायक अधिकारियों के द्वारा 16 से 21 दिसंबर 2024 तक शाला में पंजीकृत 06 से 18 वर्ष तक के छात्रों का नेत्र परीक्षण करेंगे तथा दृष्टिदोष पाए गए छात्रों को बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रम में निःशुल्क चश्मा वितरण किया जाएगा।


इसी तारतम्य में विगत दिवस बाल नेत्र सुरक्षा अभियान का शुभारंभ पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक शाला टिकैतगंज जशपुर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर जी. एस. जात्रा के अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर में 110 बच्चों का नेत्र परीक्षण किया गया। जिसमें 03 बच्चों का रेफक्टिव एरर पाये गया, जिन्हें निःशुल्क चश्मा, दवाई वितरण किया गया।
कार्यक्रम में जिला नोडल अधिकारी डॉक्टर आर. एस. पैंकरा द्वारा बताया गया कि इस अभियान में शालावार नेत्र सहायक अधिकारियों द्वारा जन जागरूकता फैलाते हुए बाल नेत्र सुरक्षा सप्ताह में नेत्र परीक्षण के अलावा नेत्र सुरक्षा, स्वास्थ्य शिक्षा पर चर्चा, वाद विवाद प्रतियोगिता एवं विविध गतिविधियों का आयोजन कर नेत्र सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने हेतु का अहवान किया गया। इस शुभारंभ कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री गनपत कुमार नायक, सहायक सलाहकार श्री सत्येन्द्र यादव संकुल समन्वयक श्रीमती ज्योति सिन्हा, प्रभारी प्रधान पाठक श्री अभय एक्का, जिला सचिवीय सहायक श्री खुले प्रसाद यादव, नेत्र सहायक अधिकारी श्री अशीष एक्का, श्रीमती अनुभा एक्का एवं शिक्षकगण उपस्थित थे

कलेक्टर ने जिले की निर्माण एजेंसियों की ली समीक्षा बैठक

गूगल शीट लगातार अपडेट रखने और लंबित निर्माण कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने के दिए निर्देश

 

      जशपुरनगर :  कलेक्टर रोहित व्यास ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में निर्माण एजेंसियों द्वारा प्रगतिगत कार्यों की समीक्षा बैठक लेकर  अधिकारियों से विभागवार उनके द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के साथ ही उन्हें निर्धारित समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।


कलेक्टर ने विभागवार कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को विभागीय कार्यों के प्रगति की जानकारी गूगल शीट पर निरन्तर अपडेट करने के साथ सभी लंबित कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग, गृह निर्माण मंडल, छत्तीसग़ढ मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, आदिम कल्याण विभाग एवं नगरीय निकायों के लंबित कार्यों का विवेचन करते हुए उनके कार्यों में प्रगति लाने तथा जल्द से जल्द कार्यों को पूर्ण करने को कहा। बैठक में डिप्टी कलेक्टर हरिओम द्विवेदी सहित सहित  अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

किसानों के लिए रेशम पालन भी आय का उत्तम साधन
रेशम केंद्र महुआटोली में जिला स्तरीय कृषक विमर्श कार्यक्रम हुआ सम्पन्न’
 

जशपुरनगर :  मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों को रेशम पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है विगत दिवस विभाग जशपुर द्वारा सिल्क समग्र योजनान्तर्गत रेशम केंद्र महुआटोली में जिला स्तरीय कृषक विमर्श कार्यक्रम का आयोजन  सहायक संचालक रेशम श्री श्याम कुमार के मुख्य आतिथ्य में रखा गया। जिसके अंतर्गत फील्ड विजिट तकनीकी परामर्श, कृषक संवाद, योजना की बिन्दुवार प्रगति आगामी फसल तैयारियों की समीक्षा की गई।


सर्वप्रथम कार्यक्रम का संचालन करने हेतु फील्ड ऑफिसर रेशम ऋषि कुमार सिंह ने बताया की कृषकों को 1 कि.ग्रा. कोकून उत्पादन के लिए 15 से 20 कि०ग्रा० मलबरी पत्तियों की आवश्यकता होगी। जिसके लिए उन्हे व्ही 36 जैसी उच्च उपज, प्रोटीन मात्रा युक्त पौध प्रजातियाँ प्रदान की जा रही है। किसानों को बेहतर पौध प्रबंधन एवं संरक्षण पर ध्यान देने की आवश्यकता है। ताकि अधिक लाभांश प्राप्त किया जा सके। साथ ही कृषकों विपरीत परिस्थितियों के लिए किसानों को अपने पौध प्रक्षेत्र के अतिरिक्त नर्सरी तैयार करने को कहा गया। जिसके लिए उन्हे केन्द्र में नर्सरी प्लॉट का भ्रमण कराया गया एवं मूलभूत जानकारी प्रदान की गयी । साथ ही साथ तैयार कृमिपालन भवन तापक्रम प्रबंधन हेतु थ््रमोमीटर स्थापित करने कहा गया एवं उसके उपयोग चार्ट सारणी प्रदान की गयी।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में महाराष्ट्र (वर्धा) भ्रमण से लौटे किसानों द्वारा वर्धा के किसानों द्वारा अपनायी जा रही तकनीकियों को अन्य किसानों से साझा किया गया एवं प्रश्नोत्तरी श्रृंखला द्वारा किसानों ने अपने सवालों के जवाब प्राप्त कियें। तत्पश्चात सहायक संचालक रेशम द्वारा हितग्राही कार्य प्रगति की समीक्षा की गयी एवं बेहतर कार्य कर रहे किसानों को प्रोत्साहित किया गया तथा आगामी फसल तैयारियों हेतु केन्द्राधिकारियों एवं कृषकों को निर्देशित किया गया। किसानों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए बेहतर कार्य एवं उत्पादन करने वाले किसानों को उच्च अधिकारियों द्वारा सम्मानित कराये जाने की बात कही गयी।
उल्लेनीय है कि छत्तीसगढ़ में शहतूत पौधरोपण कर शहतूत रेशम उत्पादन करने की अपार संभावनाएं है। देश में इस समय रेशम की बहुत कमी है, ऐसे में उत्पादित रेशम ककून का विक्रय तत्काल होने की संभावना भी है। केन्द्र सरकार द्वारा सिल्क समग्र-2 योजना वर्ष 2021-22 से 2025-26 में क्रियान्वित किया जा रहा है। सिल्क समग्र-2 योजनांतर्गत लघु एवं सीमांत कृषकों की भूमि पर शहतूत पौधरोपण करने के लिए 5 लाख प्रति एकड़ दिए जाने का प्रावधान है।
भारत सरकार की केन्द्रीय क्षेत्रीय योजना सिल्क-2 में प्रावधानानुसार 80 प्रतिशत राशि केन्द्रांश के रूप में तथा 10 प्रतिशत हितग्राही अंश एवं 10 प्रतिशत राज्यांश राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा। राज्य सरकार द्वारा  योजनांतर्गत धान के अतिरिक्त अन्य फसलों के लिए कृषकों को प्रति एकड़ 10000 हजार प्रतिवर्ष देने की व्यवस्था है तथा केन्द्र सरकार द्वारा पीएम किसान योजना के तहत् पात्र कृषकों को प्रति वर्ष 6000 दिया जाता है।

राजस्व विभाग और खाद्य विभाग की टीम ने 120 बोरा अवैध धान किया जप्त
एसडीएम फरसाबहार ने झारखंड और उड़ीसा बार्डर के चेक पोस्ट का किया निरीक्षण

जशपुरनगर :  कलेक्टर श्री रोहित व्यास के दिशा निर्देश में विगत दिवस फरसाबहार एसडीएम आर एस लाल ने उड़ीसा बार्डर के सागजोर और झारखंड बार्डर के चेक पोस्ट का निरीक्षण किया इसी प्रकार श्री राहुल कौशिक तहसीलदार ने रात 1 बजे सपघरा बैरियर के पास झारखंड से अवैध धान परिवहन करते हुए ट्रैक्टर सोनालिका मैं रामेश्वर यादव से 50 क्विंटल लगभग 120 बोरी धान अवैध जप्त किया गया तत्पश्चा करडेगा चौकी के सुपुर्द किया गया आगे की कार्यवाही हेतु मंडी निरीक्षक को सूचित किया गया निरीक्षण के दौरान नायब तहसीलदार राहुल कौशिक दुलदुला खाद्य निरीक्षक संदीप गुप्ता उपस्थित थे।

 

आंगनबाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के नियुक्ति की कार्यवाही प्रक्रियाधीन
नियुक्ति के संबंध में जानकारी प्राप्त करने या शिकायत दर्ज कराने हेतु टोल फ्री मोबाइल नम्बर 7587755667 जारी

जशपुरनगर :  महिला बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जशपुर जिले में एकीकृत बाल विकास परियोजना कार्यालय अंतर्गत वर्तमान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के नियुक्ति की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। नियुक्ति संबंधी किसी भी प्रकार की शिकायत, अनियमितता अथवा आवश्यक जानकारी हेतु अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए जिले में टोल फ्री नम्बर प्रसारित किया जा रहा है।


अभ्यर्थी जिनको आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के नियुक्ति के संबंध में किसी भी प्रकार की शिकायत अथवा जानकारी  हेतु कार्यालयीन समय प्रातः 10.00 बजे से शाम 5.30 बजे तक  (सोमवार से शुक्रवार) टोल फ्री मोबाइल नम्बर 7587755667 पर सम्पर्क कर शिकायत दर्ज करा सकते है। प्राप्त शिकायतों का शीघ्रता से निराकृत करते हुए संबंधित को अवगत कराया जायेगा।

प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना का मिल रहा लोगों को लाभ
’समूह की सदस्य श्रीमती मनियारों बाई को नॉमिनी होने पर 2 लाख रुपए का चेक दिया गया

जशपुरनगर : कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशानुसार  जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में समूह में जोड़ी दीदियों के साथ-साथ परिवार वालों का भी बीमा कराया गया है और उन्हें बीमा का लाभ भी दिया जा रहा है।


इसी कड़ी में खुशी स्व सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती मनियारों बाई को नॉमिनी होने पर प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा से 2 लाख रूपये प्रदान किया गया है।
खुशी स्व सहायता समूह की सदस्य श्रीमती मनियारों बाई के पति स्व. रामकरन राम कैंसर से पीड़ित थे। उनका प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना अंतर्गत बीमा हुआ था। जिसमें बीमा की नॉमिनी श्रीमती मनियारों बाई थी। पति स्व. रामकरन राम का मृत्यु होने के बाद बीम की नॉमिनी होने के कारण श्रीमती मनियारों बाई को बीमा की राशि 2 लाख रुपये देखकर परिवार को सहायता प्रदान किया गया। बीमा का लाभ दिलाने में जनपद पंचायत कुनकुरी के जनपद सीईओ श्री केके श्रीवास्तव एवं एनआरल एम कुनकुरी के टीम का सहयोग रहा।

गुरु घासीदास जयंती और छत्तीसगढ़ सरकार के एक वर्ष पूरा होने पर समर्थ आवासीय दिव्यांग प्रशिक्षण केन्द में विभिन्न कार्यक्रम का हुआ आयोजन
नशा से दूर रहने के लिए किया गया प्रेरित, वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों को किया गया सम्मानित
समाज कल्याण विभाग जशपुर द्वारा कार्यक्रम का किया गया था आयोजन


जशपुरनगर :
 गुरु गुरुघासीदास जयंती और छत्तीसगढ़ शासन के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में  समाज कल्याण विभाग जशपुर द्वारा समर्थ आवासीय दिव्यांग प्रशिक्षण केन्द में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया।  कलेक्टर श्री रोहित व्यास  के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में नशा से होने वाले नुकसान के बारे में बताने के साथ ही नशामुक्ति के लिए जनजागरकता फैलाने पर जोर दिया गया।


कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्री राधेश्याम राम ने  कहा  कि वृद्धजनों एवं दिव्यांगजनों के लिए शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित है। जिसका लाभ लेकर वे बेहतर एवं सम्मान पूर्वक जीवन व्यतित कर सकते है। उन्होंने नशाबंदी से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए इससे दूर रहने की अपील की।  कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे श्री बजरंग प्रसाद गुप्ता द्वारा दिव्यांग जनों के प्रति संवेदना एवं सम्मान व्यक्त किया और लोगों को नशा से दूर रहने की अपील की। समाज कल्याण विभाग के  उप संचालक टी.पी. भावे ने बताया कि   छत्तीसगढ़ शासन के एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सुशासन दिवस एवं गुरु घासीदास जयंती को छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मद्यनिषेध दिवस के रुप में मनाये जाने के निर्देश के परिपालन में आज बहुआयामी कार्यक्रम का आयोजन किया गया हैं। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में  वरिष्ठ शिक्षक श्री ओमदास  मौजूद थे।
कार्यक्रम में  दृष्टि एवं श्रवण बाधित दिव्यांग छात्र -छात्राओं द्वारा नशा उन्मूलन से प्रेरित गीत एवं नृत्य का प्रस्तुतीकरण दिया गया। कार्यक्रम का द्वितीय चरण में वरिष्ठ नागरिकों एवं दिव्यांगजनों को शाल एवं पुष्पमाला से सम्मानित किया गया। सम्मानित दिव्यांग शिक्षकों में श्री ओम दास, श्री सतेन्द्र प्रसाद सिंह, सुबोध तिग्गा, कु. संध्या पैंकरा थे। उक्त अवसर पर छत्तीसगढ़ निःशक्त विकास निगम से व्यवसाय हेतु ऋण प्राप्त कर उसे शत प्रशिशत वापिस कर परिवार का भरण-पोषण करने एवं समाज के समक्ष अभिप्रेरणा स्वरुप स्थापित होने पर दिव्यांग श्री अशोक कुमार यादव एवं श्रीमती ललीता पैंकरा को शाल एवं पुष्पमाला से सम्मानित किया गया ।   कार्यक्रम में  समाज कल्याण के समस्त अधिकारी -कर्मचारी, विशेष विद्यालयों के हितग्राही एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here