रायपुर। पखवाड़े भर से प्याज की बढ़ती कीमतों से परेशान उपभोक्ताओं के लिए राहत वाली खबर है कि उन्हें दस-पंद्रह दिनों में प्याज की बढ़ती कीमतों से राहत मिल सकती है। एक बार फिर से सस्ता प्याज लोगों को उपलब्ध होगा। शनिवार को राजधानी मार्केट में प्याज क्वालिटी के अनुसार 30 रुपये से लेकर 60 रुपये किलो तक बिका। कारोबारियों का कहना है कि अभी भी प्याज की काफी खराब क्वालिटी ही आ रही है। आधा प्याज अभी भी खराब निकल रहा है। इसके चलते कारोबारी भी कोशिश में लगे हुए हैं कि जल्द से जल्द उनका स्टॉक भी क्लीयर हो जाए। प्याज की ग्राहकी कम होने का अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि इस सप्ताह की शुरुआत में सोमवार तक सस्ते प्याज काउंटरों से प्याज की बिक्री करीब 16000 किलो हो गई थी, लेकिन इन पांच दिनों में यानी शनिवार तक प्याज की बिक्री करीब 2000 किलो ही हो पाई है। इसे देखते हुए कारोबारियों द्वारा भी डिमांड के अनुसार ही प्याज मंगाया जा रहा है।
आलू-प्याज थोक कारोबारी संघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल का कहना है कि क्वालिटी के अनुसार प्याज बिक रहा है और उनके द्वारा तो थोक कीमत में चिल्हर वाला प्याज भी उपलब्ध कराया जा रहा है। उपभोक्ता की मांग के अनुसार चिल्हर में प्याज बेचा जा रहा है। प्याज की आवक इन दिनों महाराष्ट्र के साथ ही साउथ से भी हो रही है। साउथ से आने वाली प्याज थोड़ी छोटी और लोएस्ट क्वालिटी वाली है। इसके साथ ही पुराने प्याज की आवक भी हो रही है, लेकिन वह थोक में 50 रुपये किलो और चिल्हर में 60 रुपये किलो तक बिक रहा है। प्याज की बढ़ती कीमतों के चलते पिछले दिनों खोले गए सस्ते प्याज काउंटरों से भी लोगों की भीड़ गायब होने लगा है। कारोबारियों का कहना है कि आवक की तुलना में प्याज की बिक्री करीब 70 फीसद कम हो गई है और उपभोक्ता अपनी आवश्यकता के अनुसार ही प्याज की खरीदी कर रहा है। आलू की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है और यह थोक में 11से 12 रुपये किलो तक बिका। हालांकि चिल्हर में इसके दाम 20 रुपये किलो तक ही बिक रहे है। इसके साथ ही टमाटर की कीमतों में भी गिरावट आई है। टमाटर इन दिनों 25 से 40 रुपये किलो बिक रहा है।