कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में अंतर राज्यीयवन्यजीव तस्कर गिरोह के हाथ से दुर्लभ वन्य जीव पैंगोलिन जप्त किया गया है। विभागीय अधिकारियों व वाइल्डलाइफ की टीम ने गोपनीय सूचना के आधार पर तस्करों से बीजापुर के जंगलों से आरोपियों को धर दबोचा। तस्करों से दो जिंदा पेंगुलिन जब्त किए गए थे। वन विभाग की टीम ने कई तस्करों को पकड़ा था और रेस्ट हाउस में पूछताछ के नाम पर 3 दिनों तक रखा। चौथे दिन एक पैंगोलिन की मौत के बाद यह मामला सामने आया। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि किसी व्यक्ति से इन पेंगोलिन के विक्रय के लिए 22 लाख रुपये में डील तय हुई थी। मामले की जानकारी होते ही सुबह नईदुनिया प्रतिनिधि के रेस्ट हाउस कोंडागांव पहुंचे, लेकिन रेस्ट हाउस का दरवाजा अंदर से बंद मिला।
उपस्थित अधिकारियों ने जांच के पश्चात प्रेस विज्ञप्ति जारी करने की बात कही। अधिकारियों ने इसे विभाग का गोपनीय मामला बताया। संबंधित अधिकारी-कर्मचारी पैंगोलिन को लेकर मीडिया में जानकारी देने से बचते रहे। बाहर तस्करी में प्रयुक्त सफेद कलर की कार क्रमांक ओडी 2 एक्स 3648 तथा पैंगोलिन को खिलाने के लिए दीमक की बांबी कार्टून में रखी थी। विभागीय अधिकारियों ने तीन दिन बाद आनन-फानन में रविवार को तीन आरोपियों विष्णुपद मंडल पिता सचित चंद्र मंडल उम्र 34 वर्ष निवासी उमरकोट ओडिशा, गोपाल मंडल पिता विधान मंडल 34 वर्ष निवासी सरगुली, जिला नौरंगपुर ओडिशा, जयदेव पिता मेघनाथ उम्र 48 कचारपारा जिला नवरंगपुर ओडिशा को वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9/51, 49 /51,43/51,48/51,52/52 के तहत न्यायिक रिमांड पर भेजा और चौथे आरोपी बबलू निवासी ग्राम बीजापुर जिला कोंडागांव की तलाश जारी है। वन मंडल कोंडागांव के एसडीओ एलएन पटेल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अचानकमार टाइगर रिजर्व अधिकारियों को वन्यजीव तस्करी की जानकारी होने पर वाइल्ड लाइफ टीम के साथ विभागीय अधिकारियों को टीम ने आठ तारीख को डील के दौरान ग्राम बीजापुर जिला कोंडागांव के जंगलों से तस्करों को पकड़ा और उनसे दो पैंगोलिन बरामद किए।
नौ तारीख को वाइल्डलाइफ की टीम ने विभाग को मामला हैंडओवर किया। जब्त किए गए दो पैंगोलिन में से एक अस्वस्थ्य था और 11 तारीख को सुबह उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के पश्चात ही मौत की वजह पता चल पाएगा।पैंगोलिन, फोलीडाटा गण का स्तनधारी प्राणी है। इसके शरीर में कैरोटीन के शल्क बनी होती है। जिससे यह अन्य प्राणियों से अपनी रक्षा करती है। फोलीडाटा गण का शल्क वाला अकेला अकेला स्तनधारी प्राणी है, जिसके मुख्य आहार चींटी और दीमक हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसके अंगों की कीमत लाखों में है। कोंडागांव में जब्त किए गए पैंगोलिन का प्रति किलो एक लाख की दर से विक्रेय तय हुआ था। मृत पेंगोलीन नौ किलो व जीवित 13 किलो का है। डिल 22 लाख में तय हुई थी।